नई दिल्लीः आइए एक नजर डालते हैं 26 फरवरी को घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं परः-
320- चंद्रगुप्त प्रथम को पाटलिपुत्र का शासक बनाया गया।
1832 – पोलैंड के संविधान को हटाया गया।
1857- पश्चिम बंगाल के बहरामपुर में अंग्रेजों के खिलाफ पहला सैन्य विद्रोह।
1858- असम शाही परिवार को फिर से गद्दी दिलाने के प्रयासों के कारण दीवान मणिराम दत्ता और पियाली बरूआ काे फांसी दी गई।
1863- अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने अमेरिकी मुद्रा अधिनियम पर हस्ताक्षर किये।
1958- पियाली बरूआ और दीवान मणिराम दत्ता को असम के शाही परिवार को फिर से गद्दी पर बिठाने के प्रयासों के कारण फांसी पर लटका दिया गया।
1966- स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर का निधन।
1967- सोवियत संघ ने पूर्वी कजाखस्तान में भूमिगत परमाणु परीक्षण किया।
1972- राष्ट्रपति वी. वी. गिरि ने वर्धा के निकट अरवी में स्थित विक्रम अर्थ सेटेलाइट स्टेशन देश को समर्पित किया।
1975- देश का पहला पतंग संग्रहालय ‘शंकर केन्द्र’ गुजरात के अहमदाबाद में स्थापित किया गया।
1976- अमेरिका ने नेवादा परीक्षण स्थल पर परमाणु परीक्षण किया।
1991 – इराकी फौज ने अमरीका और सहयोगी सेना की ओर से किए गए हमले के बाद कुवैत सिटी शहर छोड़ा।
1993 – न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर बम हमले में छह लोग मारे गए थे और 100 से ज्यादा घायल हो गए थे।
1994 – उत्तरी कोरिया अपने परमाणु संयंत्रों को अंतर्राष्ट्रीय निरीक्षण के लिए खोलने पर सहमत।
1995 – कॉपीराइट मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र अमेरिका एवं चीन के मध्य समझौता।
1999 – पांच ग्रैमी अवार्ड जीतकर रैप गायिका लॉरिन हिल ने नया रिकार्ड बनाया।
2001- आतंकवादी संगठन तालिबान ने अफगानिस्तान के बामियान में भगवान बुद्ध की दो विशाल मूर्तियों को नष्ट कर दिया।
2003- सेंट्रल लंदन में सभी तरह के वाहनों के प्रवेश पर कंजेशन चार्ज लगाने की योजना शुरू की गयी।
2004 – मैसेडोनिया के राष्ट्रपति बेरिस ट्रेज कोवस्की की विमान दुर्घटना में मृत्यु।
2007- नेपाल सरकार ने नरेश की सम्पत्ति का राष्ट्रीयकरण करने की घोषणा की।
2008- भारत ने परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल का समुद्र के भीतर सफल परीक्षण किया।
2013- ईरान के अधिकारियों ने अमेरिका, चीन, जर्मनी, फ्रांस, रूस और ब्रिटेन के प्रतिनिधियों के साथ अपने परमाणु कार्यक्रम पर चर्चा की।
2014 – ऐनी फ्रैंक से संबंधित 300 से अधिक पुस्तकों को इज़राइल के दूतावास ने टोक्यो पुस्तकालय को दान में दिया।