प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार पुडुचेरी में करीब तीन हजार करोड़ के प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी। इसके बाद उन्होंने एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर तिखा हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के हाईकमान कल्चर से पुडुचेरी को नुकसान हुआ, लेकिन अब मैं देख रहा हूं कि हवा बदल रही है।
पीएम ने कहा कि पुडुचेरी में 2016 में लोगों की सरकार नहीं मिली, बल्कि उन्हें एक ऐसी सरकार मिली जो कांग्रेस हाईकमान की सेवा में व्यस्त थी। उनकी प्राथमिकताएं अलग थीं। मोदी ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नारायणसामी पर हमला बोलते हुए कहा कि आपके पूर्व सीएम अपनी पार्टी के टॉप लीडर की चप्पल उठाने में एक्सपर्ट थे। उन्होंने कहा कि पुडुचेरी एक ऐसी सरकार का हकदार है, जिसकी आलाकमान यहां की जनता हो। उन्होंने कहा कि एनडीए (NDA) आपको यह आश्वासन देगा कि अगली सरकार आप लोगों की होगी।
आपको बता दें कि वी. नारायसामी 2016 से पुडुचेरी के मुख्यमंत्री थे, लेकिन हाल में प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिर गई है। वी. नारायणसामी का 2015 का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वह तत्कालीन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल राहुल गांधी की चप्पलें उठाते दिख रहे थे। राहुल 2015 में पुडुचेरी में ऐसे इलाके में गए थे, जहां बाढ़ आई हुई थी। पानी से निकलने के लिए राहुल ने चप्पल उतारी तो नारायणसामी ने चप्पलों को हाथ में उठा लिया। कुछ देर बाद नारायणसामी ने राहुल के सामने चप्पलें रखीं। राहुल ने बिना कुछ कहे चप्पलें पहन लीं थीं।
पीएम आज तमिलनाडु भी जाएंगे। वह कोयंबटूर में 12,400 करोड़ रुपए की लागत से कई परियोजनाओँ का शुभारंभ करेंगे। मोदी का पिछले 14 दिनों में तमिलनाडु का यह दूसरा दौरा है। पुडुचेरी तथा तमिलनाडु में अगले कुछ महीने में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और भाजपा तमिलनाडु में जीत हासिल कर उत्तर भारतीय पार्टी होने की छवि को बदलने के लिए पूरजोर कोशिश कर रही है। इसके लिए पार्टी राज्य में एससी-एसटी और अल्पसंख्यक समुदाय पर पकड़ बनाने की कोशिश में जुटी हुई है। राज्य में इन वर्गों की आबादी का 30 प्रतिशत हैं।
मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित पार्टी के कई स्टार प्रचारक तमिलनाडु में सभाएं कर चुके हैं। इनमें केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह तथा निर्मला सीतारमण के भी नाम शामिल हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मोदी आज की रैली में तमिलनाडु में निचली जातियों के लिए लोकसभा में पेश किए गए बिल पर बोल सकते हैं। यह बिल राज्य की सात अनुसूचित जातियों को एक नाम देवेंद्रकुला वेलालर्स के तौर पर करने का रास्ता साफ करेंगे। ये समुदाय लंबे समय से इनकी मांग कर रहे थे।