वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए दुनिया के कई देशों में टीकाकरण अभियान जोर-शोर से चल रहा है, लेकिन इस प्राण घातक विषाणु का कहर अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी कोविड-19 से विश्वभर में अब तक 11.17 करोड़ से ज्यादा लोग लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं 24.73 लाख लोगों की मौत हुई है।
इस महामारी से अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। यहां पर इस विषाणु के कारण होने वाली मौतों की संख्या पांच लाख के पार पहुंच चुकी है, जबकि करीब 2.82 करोड़ लोग इससे प्रभावित हुए हैं। इस बीच अमेरिका में राष्ट्रपति जो बिडेन की मौजूदगी में इस महामारी के कारण जान गंवाने वाले लोगों को याद किया गया। मृतकों को व्हाइट हाउस में कैंडल जलाकर और मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर बिडेन ने कहा, “हमें मजबूती से इसका (कोरोना) सामना करना होगा। यह सिर्फ संख्या नहीं बल्कि एक चुनौती है। महामारी से मुकाबले के लिए सियासत और गलत जानकारी से बचना होगा। एक बात मैं जरूर कहना चाहूंगा, ‘जिन लोगों ने इस महामारी में अपने परिजनों को खोया है, मुझे उनके दर्द का अहसास है।“
आपको बता दें कि अमेरिका के इतिहास में किसी एक वजह या दौर से इतनी मौतें पहले कभी नहीं हुई हैं। द्वितीय विश्व युद्ध में करीब चार लाख अमेरिकी मारे गए थे। वहीं वियतनाम वॉर में 58 हजार और कोरिया के साथ युद्ध 36 हजार लोगों की जान गई थी।
उधर, ब्रिटीश अखबार ‘द गार्डियन’ की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इटली ने गत वर्ष के फरवरी में इस महामारी के बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को सही जानकारी नहीं दी थी। आपको बता दें कि विश्व के तमाम देशों को इंटरनेशनल हेल्थ रेग्युलेशन्स (IHR) का पालन करना होता है और साल की शुरुआत में बीमारियों से जुड़ी सेल्फ असेसमेंट रिपोर्ट देनी होती है। इसी के तहत इटली ने 4 फरवरी 2020 को यह रिपोर्ट तो दी थी, लेकिन इसमें खुद को लेवल पांच पर बताया था। जिसका अर्थ यह होता है कि किसी बीमारी से लड़ने की उसकी तैयारी सही स्तर पर है। अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, इटली ने 2006 के बाद राष्ट्रीय महामारी उन्मूलन का प्लान ही अपडेट नहीं किया। अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक इस महामारी चीन के बाद सबसे पहले अमेरिका में पैर पसारा था।
वहीं ब्रिटेन कोविड-19 को लेकर लागू लॉकडाउन को हटाने के लिए रोडमैप तैयार कर लिया है। इस रोडमैप को ब्रिटीश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सोमवार को जारी किया। इसके तहत चार चरणों में लॉकडाउन हटाने की बात कही गई है। इस मौके पर जॉनसन ने कहा कि खतरा अभी बरकरार है। आने वाले महीनों में हॉस्पिटल में दाखिल होने वाले मरीजों और मौतों की संख्या बढ़ेगी, क्योंकि कोई भी वैक्सीन पूरी आबादी को 100 प्रतिशत सुरक्षा का भरोसा नहीं दे सकती। आइए एक नजर डालते हैं कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित विश्व के 10 देशों परः-
दुनिया के सर्वाधिक प्रभावित 10 देशः-
संक्रमित | संक्रमित | मौतें |
अमेरिका | 2.82 करोड़ | पांच लाख |
भारत | 1,10 करोड़ | 1.56 लाख |
ब्राजील | 1.02 करोड़ | 2.47 लाख |
ब्रिटेन | 41.38 लाख | 1.21 लाख |
रूस | 41.30 लाख | 82,255 |
फ्रांस | 36.69 लाख | 84,764 |
स्पेन | 31.52 लाख | 67,736 |
इटली | 28.19 लाख | 95,992 |
तुर्की | 26.46 लाख | 28,138 |
जर्मनी | 23.99 लाख | 68,079 |
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