नई दिल्ली . मेट्रो मैन ई श्रीधरन ने कहा है कि लव जिहाद के जरिए हिंदू लड़कियों को बरगलाया जा रहा है। इस चीज का मैं निश्चित रूप से विरोध करूंगा। उनका ये कमेंट ऐसे समय में आया है जब “लव जिहाद”को लेकर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में बहस छिड़ी हुई है। दोनों राज्यों में भाजपा का शासन है।
ई श्रीधरन ने भी साफ कहा कि वह लव जिहाद के विरोध में हैं, क्योंकि उन्होंने केरल में देखा था कि किस तरह हिंदू लड़कियों को शादी के लिए बरगलाया जाता था। दक्षिणी राज्य में अनुसूचित चुनावों से पहले इस टिप्पणी के ठीक एक दिन बाद ही उन्होंने घोषणा की कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो रहे हैं।
बता दें कि यह अवधारणा पहली बार 2009 में केरल और कर्नाटक में व्यापक धर्मांतरण के दावों के साथ भारत में राष्ट्रीय स्तर पर सुर्ख़ियों में आई। ऐसे दावे बाद में पूरे भारत, पाकिस्तान और यूनाइटेड किंगडम में फैल गए। 2009, 2010, 2011 और 2014 में भारत में लव जिहाद के आरोपों ने विभिन्न हिन्दू, सिख और ईसाई संगठनों में चिंता जताई, जबकि मुस्लिम संगठनों ने आरोपों से इनकार किया। नवंबर 2009 में, पुलिस महानिदेशक जैकब पुन्नोज ने भी कहा था कि कोई भी ऐसा संगठन नहीं है जिसके सदस्य केरल में लड़कियों को मुस्लिम बनाने के इरादे से प्यार करते थे, लेकिन दिसंबर 2009 में, न्यायमूर्ति के.टी. शंकरन ने पुन्नोज की रिपोर्ट को स्वीकार करने से इनकार कर दिया और निष्कर्ष निकाला कि जबरदस्ती धर्मांतरण के संकेत हैं।
अदालत ने “लव जिहाद” मामलों में दो अभियुक्तों की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि पिछले चार वर्षों में इस तरह के 3,000-4,000 सामने आये थे। इसके बाद से लव जिहाद के खिलाफ विभिन्न प्रदेश उठ खड़े हुए। अब कई प्रदेशों में इसके खिलाफ काफी सख्त सजा के प्रावधान किए गए हैं।