मुंबई. महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी (NCP) ने अगले दो सप्ताह तक लगने वाले जनता दरबार को स्थगित कर दिया है। दरअसल, महाराष्ट्र की आम जनता की समस्याओं को जानने, समझने और उनके निराकरण के लिए एनसीपी के नेता और मंत्री जनता दरबार लगाते थे। अब 15 दिनों तक यह दरबार नहीं लगाया जाएगा। एनसीपी ने इस बाबत ट्विटर पर भी अधिकृत रूप से यह जानकारी साझा की है। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के आदेश पर यह जनता दरबार स्थगित किया गया है।
कोरोना के मामले मुंबई में लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बीते 24 घंटों में 5,427 नए मामले सामने आए हैं। बीते मात्र 24 घंटों में 38 लोगों की मौत हुई है। आंकड़े लोगों को तो डरा ही रहे हैं, राजनीतिक दलों को भी दुबकने पर मजबूर कर रहे हैं। कई बड़े-बड़े नेता चपेट में आ चुके हैं। इसे देखते हुए आपको बता दें कि एनसीपी के तीन बड़े नेता कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसमें प्रदेश अध्यक्ष और जलसंपदा मंत्री जयंत पाटिल, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे और जलगांव एनसीपी के बड़े नेता एकनाथ खडसे का नाम शामिल है।
मालूम हो कि खुद अजीत पवार ने अभी हाल ही में औरंगाबाद में कहा था कि मुझे रिपोर्ट्स से पता चला है कि लोग कोवि़ड-19 के दिशा निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं, जो संक्रमण को रोकने
के लिए है। उन्होंने लोगों को चेताते हुए कहा कि अगर स्थिति बिगड़ती है, तो हमें इस लापरवाही के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। वहीं बताया कि कोरोना की नई लहर खतरनाक हैं। हमने देखा है कि महामारी की दूसरे स्ट्रेन के चलते दुनिया के कई देशों ने फिर से लॉकडाउन किया था।
वहीं, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे भी कह चुके है कि सरकार ने निर्देश दिए हैं कि ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के 3T फॉर्मूले को सख्ती से लागू किया जाए। मंत्री ने कहा था कि स्थिति को नियंत्रित करने की आवश्यकता है, क्योंकि अब हम लॉकडाउन दोबारा नहीं करना चाहते हैं।