नई दिल्ली. विश्व भारती यूनिविर्सिटी का दीक्षांत समारोह में शुक्रवार को पीएम मोदी डिजिटल माध्यम से शामिल हुए। उन्होंने कहा कि गुरुदेव ने विश्वभारती में जो व्यवस्थाएं विकसित कीं, जो पद्धतियां विकसित कीं, वो भारत की शिक्षा व्यवस्था को परतंत्रता की बेड़ियों से मुक्त करने, उन्हें आधुनिक बनाने का एक माध्यम थीं। बंगाल ने अतीत में भारत के समृद्ध ज्ञान-विज्ञान को आगे बढ़ाने में देश को नेतृत्व दिया। बंगाल, एक भारत, श्रेष्ठ भारत की प्रेरणा स्थली भी रहा है और कर्मस्थली भी रहा है।
अफसोस होता है कि आज पढ़े-लिखे लोग समाज को उपनी उपलब्धियां देने के स्थान पर आतंक परोस रहे हैं। हालांकि ऐसे भी उच्च शिक्षित लोग हैं, जो तन-मन से सेवा में लगे हैं। उन्हें खुद से ज्यादा दूसरों की परवाह है। याद रखें, जिस प्रकार, सत्ता में रहते हुए संयम और संवेदनशील रहना पड़ता है, उसी प्रकार हर विद्वान को, हर जानकार को भी उनके प्रति ज़िम्मेदार रहना पड़ता है जिनके पास वो शक्ति नहीं है।
आपका ज्ञान सिर्फ आपका नहीं बल्कि समाज की, देश की धरोहर है। अगर आपकी नीयत साफ है और निष्ठा मां भारती के प्रति है, तो आपका हर निर्णय किसी न किसी समाधान की तरफ ही बढ़ेगा। सफलता और असफलता हमारा वर्तमान और भविष्य तय नहीं करती। हो सकता है आपको किसी फैसले के बाद जैसा सोचा था वैसा परिणाम न मिले, लेकिन आपको फैसला लेने में डरना नहीं चाहिए। आपका ज्ञान, आपकी स्किल, एक समाज को, एक राष्ट्र को गौरवान्वित भी कर सकती है और वो समाज को बदनामी और बर्बादी के अंधकार में भी धकेल सकती है। इतिहास और वर्तमान में ऐसे अनेक उदाहरण हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा आग्रह है, अगले 25 वर्षों के लिए विश्व भारती के विद्यार्थी मिलकर एक विजन डॉक्यूमेंट बनाएं। वर्ष 2047 में, जब भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष का समारोह बनाएगा, तब तक विश्व भारती के 25 सबसे बड़े लक्ष्य क्या होंगे, ये इस विजन डॉक्यूमेंट में रखे जा सकते हैं। इस दीक्षांत समारोह में भाग लेना प्रेरणादायक और आनंदमय है। अच्छा होता अगर मैं आज व्यक्तिगत रूप से समारोह में भाग लेने के लिए आता, लेकिन नए नियमों (COVID19) के कारण मैं इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग ले रहा हूं।
कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी शामिल हुए। समारोह में पीएम मोदी ने नई शिक्षा नीति की खासियत से लेकर दुनिया में आतंक फैला रहे शिक्षित लोगों पर बात की। इसके अलावा बंगाल की ज्ञान संपदा को लेकर बात की।