पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सैन्य गतिरोध के बीच एलएसी यानी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गलवान घाटी और पैंगांग झील सहित टकराव वाले सभी चार पांच बिन्दुओं संसद की रक्षा समिति दौरा करेगी। समिति के के अध्यक्ष जुएल ओरांव ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं को आज यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि रक्षा संबंधी स्थायी समिति की नौ फरवरी को हुई बैठक में कुछ सदस्यों ने प्रस्ताव किया कि समिति को लद्दाख में एलएसी का दौरा करना चाहिए। इस पर सभी सदस्यों ने सहमति व्यक्त की। उन्होंने बताया कि इस बारे में लोकसभा अध्यक्ष को प्रस्ताव भेजा गया है और रक्षा मंत्रालय की स्वीकृति के बाद 15 मई के बाद समिति वहां जाएगी। समिति के सदस्य गलवान घाटी, देप्सांग, पैंगांग झील लुब्रा घाटी आदि चार पांच बिन्दुओं का दौरा करेंगे जहां हमारी सेना और चीन की सेना आमने- सामने है।
ओरांव ने बताया कि समिति अपने दौरे में एलएसी पर सेना की तैयारियों, आधारभूत ढांचे की स्थिति तथा सीमा की सुरक्षा से संबंधित सभी मुद्दों की बारीकी से समीक्षा करेगी और एक रिपोर्ट तैयार करेगी। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि नौ फरवरी की जिस बैठक में इस आशय का फैसला हुआ था। इस बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी उपस्थित नहीं थे। इस दौरे में गांधी के जाने की उम्मीद के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि 21 सदस्यीय समिति में जो भी सदस्य जाना चाहेंगे, वे सभी जा सकेंगे।