मुंबई. महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को लिए गुरुवार का दिन बेहद चौंकाने वाला रहा और संभवत: उनके साथ यह ‘हादसा’ पहली बार ही हुआ होगा। दरअसल, हुआ यूं कि उन्हें देहरादून जाना था। तय कार्यक्रम के अनुसार वे एयरपोर्ट पहुंचे, पर पायलट ने विमान उड़ाने से इनकार कर दिया।
जी हां, सरकार और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बीच जारी विवाद की यह पराकाष्ठा थी। उन्हें बिल्कुल ही अंदेशा नहीं था, लेकिन हुआ कुछ वैसा ही। पायलट ने उड़ान भरने से इनकार कर दिया। हो सकता है ठीकरा किसी अधिकारी पर फोड़ दिया जाए, लेकिन इतना तो तय है कि जो हुआ वह ठीक नहीं हुआ। संभवत: अपने आपमें यह पहली घटना है। जैसे ही जानकारी मिली, राजनीतिक दलों के फोन घनघनाने लगे। भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि सरकार को राज्यपाल से माफी मांगनी चाहिए। यदि राज्यपाल के विमान को सरकार अनुमति देने से मना कर देती है तो यह यह मानहानिकारक है।
भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। राज्यपाल केवल एक व्यक्ति नहीं है बल्कि एक संवैधानिक पद है। यह घटना राज्य के लिए एक काला अध्याय है। राज्यपाल को नीचा दिखाने का प्रयास किया गया।
वहीं, शिवसेना सांसद विनायक राउत ने कहा कि राज्य के बाहर के निजी कार्यक्रम के लिए महाराष्ट्र सरकार के विमान का लाभ उठाना सही नहीं है। राज्यपाल के पास विमान का उपयोग करने की कोई अनुमति नहीं थी, इसलिए उन्हें इस विमान में यात्रा नहीं करनी चाहिए थी।
राज्यपाल कार्यालय ने यह बयान जारी किया-
‘राज्यपाल के इस यात्रा की तैयारी के लिए, राज्यपाल सचिवालय ने महाराष्ट्र सरकार को 2 फरवरी 2021 को पत्र लिखा था, जिसमें राज्यपाल द्वारा सरकारी विमान के उपयोग की अनुमति मांगी गई थी। मुख्यमंत्री कार्यालय को भी सूचित किया गया था। आज राज्यपाल जब भगत सिंह कोश्यारी मुंबई हवाई अड्डे पर पहुंचे और सरकारी विमान में सवार हुए, तो उन्हें सूचित किया गया कि उन्हें विमान के उपयोग की अनुमति नहीं मिली है। फिर तत्काल एक वाणिज्यिक विमान में उनके लिए टिकट बुक किया गया और वह देहरादून के लिए रवाना हो गए।’