Kasganj massacre
फोटो: सोशल मीडिया

जनपद कासगंज में कानपुर के बिकरू गांव जैसा कांड सामने आया है. यहां शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने गई पुलिस पर बदमाशों ने हमला कर दिया था. इसमें एक सिपाही की बदमाशों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी तो वहीं एक दारोगा गंभीर रूप से घायल हो गया. इसके बाद एक्शन में आई पुलिस ने बुधवार (10 फरवरी) तड़के एक एनकाउंटर में इस हत्‍याकांड के मुख्य आरोपी मोती के भाई एलकार सिंह को मार गिराया, जबकि अन्य की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है. मारा गया बदमाश एलकार सिंह भी हिस्ट्रीशीटर है और वह जेल भी जा चुका है.

बता दें कि पूरी घटना सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के गांव नगला धीमर की है, जहां दारोगा अशोक पाल और सिपाही देवेंद्र शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने के लिए गांव पहुंचे थे. गांव पहुंचते ही शराब माफियाओं ने पुलिस पर हमला कर दिया और उन्हें बंधक बना लिया. बदमाशों ने सिपाही को पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया. वहीं, दारोगा की बेरहमी से पिटाई की गई. इस पूरे मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है. बिकरु कांड से सबक न लेते हुए चंद पुलिसकर्मी ही अवैध शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने पहुंच गई थी. मामले की जानकारी जब आलाधिकारियों को मिली तो वे भी घटनास्थल पहुंचे. काफी खोजबीन के बाद दारोगा निर्वस्‍त्र और लहूलुहान हालत में गांव से डेढ़ किलोमीटर दूर खेत में पड़े मिले. वहीं, सिपाही का शव मौके से बरामद किया गया.

घटना के बाद एडीजी अजय आनंद और आईजी पीयूष मोर्डिया भी मौके पर पहुंचे. फिलहाल गंभीर रूप से घायल दारोगा अशोक को जिला अस्पताल से अलीगढ़ रेफर किया गया है, तो वहीं शहीद सिपाही के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. इस पूरी घटना का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों पर एनएसए लगाने सहित कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं. मृतक सिपाही के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद और एक परिजन को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है.

घटनास्थल पहुंचे एडीजी अजय आनन्द ने भारी पुलिसबल के साथ निरीक्षण किया. उन्‍होंने बताया कि एसआई अशोक पाल और कॉन्स्टेबल देवेंद्र गस्त पर थे. इस दौरान नगला धीमर में कच्ची शराब बनाने की सूचना मिली. तभी करीब साढ़े छह बजे सीओ पटियाली को सूचना मिली थी कि एसआई और कॉन्स्टेबल के साथ मारपीट की गई है. सूचना पर कासगंज पुलिस और आसपास के जनपदों की पुलिस गांव पहुंची, जहां पुलिस को काली नदी की कटरी में तीन किलोमीटर की दूरी पर सिपाही और एसआई घायल हालत में मिले थे. अस्पताल ले जाते वक्‍त घायल सिपाही ने रास्ते में दम तोड़ दिया और एसआई को इलाज के लिए अलीगढ़ रेफर किया गया है.

एडीजी ने बताया कि घटना के बाद पूरे गांव को घेर कर तलाशी की जा रही है. अपराधियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. एडीजी अजय आनन्द ने बताया की घटना का मुख्य आरोपी मोती धीमर बताया है, जो सिढ़पुरा कोतवाली से हिस्ट्रीशीटर बदमाश है. उसपर 11 मुकदमे दर्ज हैं. कई जिलों की पुलिस को मोती की तलाश है.

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