प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन से फोन पर बात की है। इस दौरान दोनों नेताओं ने स्थानीय मुद्दों तथा आपसी साझा प्राथमिकताओं पर चर्चा की तथा जलवायु परिवर्तन को लेकर आपसी सहयोग को आगे बढ़ाने पर सहमति व्यक्ति की।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि मैंने जो बिडेन को उनकी जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। इस दौरान हमने स्थानीय मुद्दों और हमारी साझा प्राथमिकताओं पर चर्चा की। हम जलवायु परिवर्तन के खिलाफ सहयोग को आगे बढ़ाने पर भी सहमत हैं। हम इंडो-पैसिफिक रीजन और उससे आगे की शांति और सुरक्षा के लिए रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए तत्पर हैं।
Spoke to @POTUS @JoeBiden and conveyed my best wishes for his success. We discussed regional issues and our shared priorities. We also agreed to further our co-operation against climate change.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 8, 2021
President @JoeBiden and I are committed to a rules-based international order. We look forward to consolidating our strategic partnership to further peace and security in the Indo-Pacific region and beyond. @POTUS
— Narendra Modi (@narendramodi) February 8, 2021
उधर, वाइट हाउस ने सोमवार देर रात प्रेस रिलीज जारी कर दोनों नेताओं की बातचीत के कुछ पॉइंट साझा किए। व्हाइट हाउस ने बताया कि राष्ट्रपति जो बिडेन और पीएम मोदी के बीच वैश्विक आतंकवाद से मिलकर लड़ने और दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई।
बिडेन ने कोविड-19 और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ भारत के साथ काम करने की प्रतिबद्धता जाहिर की। साथ ही दोनों के बीच ग्लोबल इकोनॉमी को मजबूत करने पर बात हुई, जिससे दोनों देशों के लोगों को फायदा मिल सके।
इससे लगभग तीन महीना पहले पीएम मोदी ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने के बाद बिडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से बात की थी। इस दौरान भी दोनों नेताओं के बीच इंडो-यूएस स्ट्रेटिजिक पार्टनरशिप, कोविड-19 महामारी, जलवायु परिवर्तन और इंडिया पैसेफिक रीजन में आपसी सहयोग जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई थी।
बिडेन ने राष्ट्रपति पद संभालने के बाद पहले हफ्ते में दुनिया के सिर्फ सात राष्ट्राध्यक्षों से फोन पर बातचीत की। बिडेन ने जिन राष्ट्राध्यक्षों से बात की थी, उनमें उसका सबसे करीब इजरायल तथा एशियाई देश भारत तथा चीन शामिल नहीं थे। साथ ही इस फेहरिस्त में खाड़ी देश सऊदी अरब, यूएई और बहरीन भी शामिल नहीं थे। उन्होंने पहला फोन कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को किया था।