राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में शिवसेना सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को किसानों के मुद्दे पर सरकार पर हमला बोला। उन्होंने रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी तथा बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत का उल्लेख कर सरकार पर कटाक्ष किया और पूछा कि देशप्रेमी कौन हैं हमारे देश में। क्या अर्नब गोस्वामी देशप्रेमी है, जिसकी वजह से महाराष्ट्र में एक निर्दोष व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली या कंगना रनौत देशप्रेमी हैं…ये लोग देशप्रेमी है, लेकिन अपने हक के लिए लड़ने वाला किसान देशद्रोही है।
उन्होंने कहा कि अर्नब गोस्वामी, जिसने ऑफिशियल सीक्रेट कोड तोड़ते हुए बालाकोट स्ट्राइक के बारे में पहले ही बता दिया, वह आपकी यानी केंद्र सरकार की शरण में है, उसको आपका प्रोटेक्शन है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है, लेकिन आप उसके ऊपर बात नहीं करते है।
शिवसेना सांसद ने कहा कि गुरुवार को धर्मेंद्र प्रधान जी बोल रहे थे और हमारी ओर बार-बार कटाक्ष कर रहे थे कि सच बोलो, इससे मोक्ष प्राप्त होता है, लेकिन आज देश में माहौल यह है कि सच बोलने वाले को गद्दार कहा जाता है। जो सरकार से सवाल पूछता उसे देशद्रोही बोल दिया जाता है।
उन्होंने कहा, “सदन में हमारे सदस्य हैं संजय सिंह, उन पर राजद्रोह का मुकदमा है। राजदीप सरदेसाई जाने-माने पत्रकार हैं, उन पर देशद्रोह का मुकदमा कर दिया है। सिंघु बॉर्डर पर रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों और लेखकों पर देशद्रोह कानून के तहत मुकदमा ठोक दिया गया है ।”
उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि लगता है कि कानून से आईपीसी (IPC) भारतीय दंड संहिता की सभी धाराएं खत्म हो गई हैं, अब सिर्फ देशद्रोह की धारा लगाई जाती है। हम देश के प्रधानमंत्री का सम्मान करते हैं और करते रहेंगे। उन्हें प्रचंड बहुमत मिला है, लेकिन देश बहुमत के अहंकार से नहीं सर्वसम्मति से चलता है।
राउत ने 26 जनवरी को यानी गणतंत्र दिवस के मौके पर लाल किले पर घटित घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि लाल किला पर हुए उपद्रव में शामिल दीप सिद्धू कौन है, यह सरकार नहीं बता रही। वह अब तक पकड़ा नहीं गया, लेकिन 200 से ज्यादा किसान तिहाड़ जेल में बंद हैं और उनके ऊपर देशद्रोह का मुकदमा चल रहा है। वहीं 100 से ज्यादा युवकों का अब भी कोई पता नहीं है।