नई दिल्ली. तीन नए केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज बुधवार को 70वां दिन है। हरियाणा में जींद जिले के कंडेला गांव में इस आंदोलन को और मजबूत करने के लिए किसान महापंचायत बुलाई गई है। महापंचायत में राकेश टिकैत ने कहा कि जब-जब राजा डरता है, तब-तब किलेबंदी करता है। दिल्ली में कीलें लगाई जा रही हैं, हम वो अपने खेतों में भी लगाते हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि अभी हमने बिल वापसी की बात की है, अगर गद्दी वापसी की बात हुई तो क्या करोगे। टिकैत ने कहा कि अभी जींद वालों को दिल्ली कूच की जरूरत नहीं है, आप यहां पर ही रहे। इसके पहले महापंचायत में तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पारित हुआ। इसमें कानून वापसी, MSP, किसानों पर दर्ज केस वापसी की मांग की गई है। किसान नेता राकेश टिकैत भी इस दौरान मंच पर मौजूद हैं।
घोषणा : बता दें कि किसान संगठनों ने ऐलान किया है कि वे छह फरवरी को नेशनल और स्टेट हाईवेज को जाम करेंगे। भारतीय किसान मोर्चा (आर) के नेता बलबीर सिंह राजेवाल के मुताबिक छह फरवरी यानी शनिवार को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक जाम किया जाएगा।
सुरक्षा : दिल्ली पुलिस किसानों के रुख को देखते हुए बैरिकेडिंग मजबूत करने में जुटी है। टीकरी बॉर्डर पर चार फीट मोटी सीमेंट की दीवार बनाकर फोर लेयर में बैरिकेडिंग की गई। साथ ही सड़क खोदकर उसमें नुकीले सरिए लगा दिए गए। इसके अलावा सड़क पर रोडरोलर भी खड़े किए गए हैं।
उपाय : हरियाणा सरकार ने प्रदेश के सात जिलों कैथल, पानीपत, जींद, रोहतक, चरखी दादरी, सोनीपत और झज्जर में इंटरनेट सर्विसेज तथा एसएमएस और मोबाइल पर दी जाने वाली डोंगल सर्विस पर रोक बुधवार शाम पांच बजे तक बढ़ा दी है।