नई दिल्ली. राजस्थान में उपचुनाव से पहले सियासी सुगबुगाहट तेज हो गई है। राज्य में चार सीटों पर उपचुनाव होना है, जिसमें बीजेपी की अग्निपरीक्षा होनी है। इस बीच, राज्य बीजेपी के कद्दावर नेता वसुंधरा राजे सिंधिया ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की है।
बताया जा रहा है कि राज्य में बीजेपी के भीतर कलह बढ़ने हाईकमान नाराज चल रहा था। इस मुलाकात के बाद कई कयास लगाए जा रहे हैं। एक तो वहां पार्टी में अंदरुनी कलह बढञ गई है, जिसका हल तलाशा जाएगा और दूसरे अशोक गहलोत अपनी कैबिनेट का विस्तार करने वाले हैं। यहां ध्यान रहे कि मंत्रिमंडल विस्तार से पहले राज्य बीजेपी विधायक दल के नेता गुलाबचंद कटारिया ने सरकार गिरने की बात भी कही है।
दूसरी तऱ्फ, सूत्रों की मानें, तो उप चुनाव में प्रदेश संगठन में सामांजस्य बनाने को लेकर भी इस मुलाकात के मायने निकाले जा रहे हैं, क्योंकि निकाय चुनाव में बीजेपी कुछ ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई। खेमे में बटे प्रदेश संगठन को मजबूत कर बीजेपी आगे का दांव लगाना चाहती है। लिहाजा राजे की पार्टी में सक्रियता बढ़ाने की कोशिश की जा रही है, ऐसा इसलिए क्योंकि राजे पिछले काफी समय से पार्टी के कार्यक्रमों से दूर रही हैं। वहीं प्रदेश संगठन की ओर से उठाए गए मुद्दों पर भी उनकी सक्रियता नहीं दिखी है। बीजेपी कोर कमेटी की पहली मीटिंग में भी निजी कारणों से उनका ना पहुंचना भी चर्चा का विषय बना था।
मीडिया रिपोटर्स की मानें, तो राजे पिछले हफ्ते से दिल्ली में अपने निवास पर ही समय गुजार रही हैं। साथ ही पार्टी के पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं से भी मिल रही है। याद रहे वसुंधरा राजे से पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, गुलाबचंद कटारिया और अन्य बड़े नेताओं ने कुछ वक्त पहले पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात कर चुके हैं। ऐसे में यही कहा जा सकता है कि राजस्थान बीजेपी के नेताओं की मुलाकात नए सियासी मायनों को पनपा रहा है।
पिछले एक हफ्ते में वसुंधरा राजे ने बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ मुलाकात की। बीजेपी नेताओं संग राजे की लगातार बैठकें राज्य और केंद्र के नेताओं के बीच चर्चा का विषय बन गई हैं। बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजे ने पिछले एक हफ्ते में बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह से मुलाकात की है।
बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि आमतौर पर शाह की किसी के साथ 10-15 मिनट तक बैठकें चलती हैं, क्योंकि उनका शेड्यूल काफी व्यस्त रहता है। मगर वसुंधरा राजे के साथ उनकी मुलाकात एक घंटे तक चली, जिसकों लेकर राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। वहीं लंबे समय के बाद राजे ने किसी से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात की है। इस नेता ने कहा, ‘राजे और शाह के बीच असहमति को लेकर पहले भी बातें होती रही हैं, लेकिन अब दोनों के मध्य व्याप्त असहमति सहज हो गई है। राजे के करीबी लोगों ने कहा राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच हुई यह बैठक सिर्फ सामान्य शिष्टाचार के तहत हुई है। राजे दस फरवरी से शुरू हो रहे राजस्थान विधानसभा सेशन से पहले राजस्थान का दौरा करेंगी।
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