नई दिल्ली. दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले के प्राचीर पर झंडा फहराने का आरोपी दीप सिद्धू पर दिल्ली पुलिस ने 1 लाख रुपए का इनाम रखा है। घटना के बाद से वह अभी फरार है।
बता दें कि प्रदर्शनकारी किसानों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर निकाली गई ट्रैक्टर रैली के दौरान जमकर हिंसा किया था। प्रदर्शनकारियों ने लाल किले की प्राचीर पर जाकर निशान साहिब का झंडा भी फहरा दिया था। इसके पीछे पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू का नाम सामने आया। 26 जनवरी की हिंसा के ठीक अगले दिन दीप सिद्धू पर भड़काऊ भाषण देने और उपद्रव फैलाने के लिए पुलिस ने FIR दर्ज की थी।
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने दीप सिद्धू, जुगराज सिंह, गुरजोत सिंह और गुरजंत सिंह की सूचना देने वालों को एक-एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है। दिल्ली पुलिस ने इनके अलावा जाजबीर सिंह, बूटा सिंह, सुखदेव सिंह और इकबाल सिंह की गिरफ्तारी के लिए 50 हजार रुपये इनाम रखा है। गौरतलब है कि दीप सिद्धू घटना के दिन से फरार हैं, लेकिन अबतक उसने कई बार फेसबुक लाइव करके अपना पक्ष रखा है और कहा है कि मैंने हिंसा भड़काने की कोशिश नहीं की और न ही तिरंगे का अपमान किया है।
दीप सिद्धू के बारे में पंजाब के बाहर अधिकतर लोगों ने उस वक्त जाना जब पिछले साल नवंबर में उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो में सिद्धू सिंघु बॉर्डर पर किसानों संग खड़ा था। वीडियो में वह एक पुलिस अधिकारी से अंग्रेजी में बात करते हुए देखा गया। शुरुआत में वीडियो ‘अंग्रेजी बोलने वाले किसान’ के रूप में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। बाद में पता चला कि दीप पंजाबी फिल्मों का जाना-माना नाम है। वो कई फिल्मों में काम कर चुका है।
सिद्धू और राजनीति केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दीप सिद्धू की तस्वीरों के आधार पर, सिद्धू पर बीजेपी और आरएसएस के एजेंडे को आगे बढ़ाने के भी आरोप लगाए गए हैं। सिद्धू ने 2019 के लोकसभा चुनाव में सनी देओल के लिए गुरदासपुर में जमकर प्रचार किया था। हालांकि, बीते मंगलवार को दीप का वीडियो वायरल होने के बाद सनी देओल ने सिद्धू से खुद को दूर कर लिया था।