तीन नए केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। किसानों के आंदोलन का आज 70वां दिन है। किसान आंदोलन को मजबूती देने के लिए किसान लगातार दिल्ली की सीमाओं पर पहुंच रहे हैं। इस सिलसिले में हरियाणा में जींद जिले के कंडेला गांव में आज किसान महापंचायत बुलाई गई है, जिसमें 50 हजार लोगों के जुटने की उम्मीद है।
गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन की कमान संभाल रहे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत भी जींद में होने वाली महापंचायत में शामिल होने के लिए जिंद रवाना हो गए है। जिंद रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि इस तरह की महापंचायत देशभर में आयोजित होंगी। इससे पहले उन्होंने मंगलवार को कहा था कि हमने सरकार को अक्टूबर तक की समय सीमा दी। इस दौरान यदि बात नहीं बनी तो देशभर में ट्रैक्टर रैली निकालेंगे, जिसमें 40 लाख ट्रैक्टरों के शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इस बीच आंदोलन भी चलता रहेगा।
उधर, 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद से जो लोग लापता हैं या गिरफ्तार हैं, उनकी मदद के लिए संयुक्त मोर्चा ने लीगल टीम बनाई है। इस टीम के सदस्यों ने बताया कि वे लोग इस सिलसिले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मिले थे, जहां से उन्हें जानकारी मिली है कि 115 लोग तिहाड़ जेल में बंद हैं। वहीं कांग्रेस की लीगल सेल ने किसानों को मदद देने का ऑफर दिया है।
आपको बता दें कि किसान संगठनों ने ऐलान किया है कि वे छह फरवरी को नेशनल और स्टेट हाईवेज को जाम करेंगे। भारतीय किसान मोर्चा (आर) के नेता बलबीर सिंह राजेवाल के मुताबिक छह फरवरी यानी शनिवार को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक जाम किया जाएगा। वहीं दिल्ली पुलिस किसानों के रुख को देखते हुए बैरिकेडिंग मजबूत करने में जुटी है। टीकरी बॉर्डर पर चार फीट मोटी सीमेंट की दीवार बनाकर फोर लेयर में बैरिकेडिंग की गई। साथ ही सड़क खोदकर उसमें नुकीले सरिए लगा दिए गए। इसके अलावा सड़क पर रोडरोलर भी खड़े किए गए हैं।
हरियाणा सरकार ने प्रदेश के सात जिलों कैथल, पानीपत, जींद, रोहतक, चरखी दादरी, सोनीपत और झज्जर में इंटरनेट सर्विसेज तथा एसएमएस (SMS) और मोबाइल पर दी जाने वाली डोंगल सर्विस पर रोक बुधवार शाम पांच बजे तक बढ़ा दी है।