चीन दगाबाजी के लिए पूरी दुनिया में कुख्यात है, इसके बाद भी ये देश सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. एक ओर सीमा विवाद को कम करने की बात कहकर भारत से वार्ता कर रहा है, तो वहीं दूसरी ओर भारतीय सीमा पर घुसपैठ की साजिश भी रच रहा है. अब जब लद्दाख में चीन की दाल नहीं गली तो उसने सिक्किम के नाकू ला में घुसपैठ की कोशिश की लेकिन उसे यहां भी करारी शिकस्त मिली है.
एक बार फिर जमा देने वाली ठंड और 19,000 फीट की ऊंचाई पर डटे भारतीय सैनिकों की चौकसी ने चीन को करारा जवाब दिया है. इस बार पूर्वी लद्दाख से इतर चीनी सैनिकों ने सिक्किम के नाकू ला में घुसपैठ की कोशिश की जिसे रोकने के प्रयास में भारतीय सैनिकों की दुश्मन देश के सैनिकों से झड़प भी हुई लेकिन फिलहाल हालात काबू में हैं.
भारतीय जवानों ने एलएसी से सटे नाकू ला सेक्टर में शनिवार (23 जनवरी) दोपहर घुसपैठ की कोशिश कर रहे चीनी सैनिकों को वापस खदेड़ दिया. इस दौरान झड़प के चलते 20 चीनी सैनिकों को चोटें आई हैं. दोनों तरफ के जवानों के बीच हाथापाई हुई, किसी तरह के हथियार का इस्तेमाल नहीं हुआ.
बताया जा रहा है कि शनिवार को सिक्किम के नाकू ला सेक्टर में चीनी सेना ने एलएसी की यथास्थिति को बदलने की कोशिश की थी. उसके कुछ सैनिक भारतीय क्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे लेकिन खराब मौसम की स्थिति के बावजूद मुस्तैदी से डटे जवानों ने चीनी सैनिकों को रोक लिया. इस दौरान दोनों ओर के सैनिक आपस में भिड़ गए.
रक्षा सूत्रों के अनुसार, स्थानीय फॉर्मेशन कमांडर स्तर पर मामले को उसी दिन सुलझा लिया गया. बता दें कि नाकू ला काफी संवेदनशील इलाका माना जाता है. जिसका मतलब है कि इस क्षेत्र की संवेदनशीलता के चलते इस क्षेत्र में आपसी टकराव की स्थिति भी आ सकती है.
इससे पहले पूर्वी लद्दाख के पैंगोग त्सो झील के पास पिछले साल 5 से 6 मई की मध्य रात को चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की कोशिश की थी. दोनों ओर के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी जिसमें कुछ सैनिक घायल हुए थे. यह लड़ाई कुछ मिनटों में ही खत्म हो गई थी. 6 मई को दोनों ओर से बातचीत के साथ ही मामला सुलझा लिया गया था.
अधिकारियों का कहना है कि एलएसी को लेकर दोनों देशों के बीच अलग-अलग धारणा के चलते यहां अक्सर झड़प हो जाती है. इसी समय दोनों ओर एरिया डॉमिनेशन और पूर्व निरीक्षण होता है. कुछ ही समय में गर्मियां आने वाली हैं और तापमान ऊंचा होते ही दोनों ओर से पट्रोलिंग भी अधिक होने लग जाती है.
पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव को लेकर चीन और भारत के बीच रविवार (24 जनवरी) को कोर कमांडर लेवल की नौवें दौर की बातचीत हुई थी. 15 घंटे तक चली बातचीत में भारत ने इस बात पर जोर दिया है कि टकराव वाले क्षेत्रों में डिसइंगेजमेंट और डी-एस्केलेशन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना चीन के ऊपर है.