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चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (फाइल फोटो)
चीन के रग-रग में दगाबाजी रची-बसी है. लद्दाख के बाद एलएसी से सटे सिक्किम के नाकू ला सेक्टर में शनिवार (23 जनवरी) दोपहर चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की कोशिश की लेकिन भारतीय जाबांजों ने उन्हें खदेड़ दिया. इतना ही नहीं इस दौरान हुई झड़प में 20 चीनी सैनिकों को गहरी चोटें भी आई हैं.
भारत के करारे जवाब से चीन सकते में है. उसे अब पता चल चुका है कि भारत पुराना वाला भारत नहीं रहा बल्कि ये ‘न्यू इंडिया’ है, जहां ‘जैसे को तैसा’ वाला व्यवहार किया जाता है. अब जब उसकी एक बार फिर पूरी दुनिया के सामने किरकिरी हुई तो वो अब शांति का राग अलाप रहा है. चीन ने बयान जारी कर कहा कि उनकी सेना भारत-चीन सीमा पर शांति के लिए प्रतिबद्ध है. ये वही चीन है जो सिर्फ सीनाजोरी करना जानता है, झुकना नहीं लेकिन अब उसके सुर इस कदर नरम पड़े हैं कि दुनिया भी भौचक्की है.
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘हमारी सेना सीमा पर शांति के लिए प्रतिबद्ध है. चीन भारत से आग्रह करता है कि वह सीमा पर कोई एकतरफा कार्रवाई न करे जिससे हालात बिगड़े. भारत को सीमाई इलाके में शांति कायम रखनी चाहिए.
बता दें कि करीब दो महीने के बाद भारत और चीन के सैन्य कमांडरों के बीच रविवार (24 जनवरी) को पूर्वी लद्दाख में तनाव को लेकर मोल्डो में करीब 11 घंटे तक बातचीत हुई. इससे पहले 6 नवंबर को दोनों देशों के बीच बातचीत हुई थी.
दरअसल, डोकलाम में भारत और चीन के बीच 2017 में 73 दिन तक तनातनी चली थी. इसके बाद मुद्दे का हल निकला था। लद्दाख में पिछले साल मई के महीने से दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने हैं. सीमा पर तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है.

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