आज महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोल (Subhash Chandra Bose) की 125वीं जयंती है। केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी जहां इस दिन को ‘पराक्रम दिवस ‘ के तौर पर मना रही है। वहीं टीएमपीस ‘देशनायक दिवस’ के तौर पर मना रही है। कांग्रेस ने सत्ता में आने पर नेताजी की सबसे ऊंची प्रतीमा बनवाने की घोषणा की है। केंद्र सरकार ने नेताजी की जयंती के मौके पर ऐतिहासिक कालका मेल ट्रेन (Kalka Mail Train) का नाम बदल कर नेताजी एक्सप्रेस कर दिया है। इस बात की जानकारी रेल मंत्री पीयूष गोयल ने दी है।

आपको बता दें कि नेताजी ने 1941 में अंग्रेजों के कैद से निकलने के लिए इस ट्रेन का इस्तेमाल किया था और  अब 130 साल पुरानी इस ट्रेन का नाम बोस के नाम पर किया जाएगा। कालका मेल को नंबर ‘1 Up/2 Dn’ के तौर पर जाना जाता है, जो उसके आजादी से पहले की रेल कनेक्टिविटी से जुड़ा है। ‘ईस्ट इंडियन रेलवे मेल’ के तौर पर 1866 में अपनी यात्रा शुरू करने वाली कालका मेल के रूट को 1891 में बढ़ाकर दिल्ली से कालका के बीच गया था।

गोयल ने आज कालका मेल का नाम बदलकर नेताजी एक्सप्रेस करने की घोषणा करते हुए ट्वीट किया, “हम स्वाधीनता संग्राम में सुभाष चंद्र बोस के अविस्मरणीय योगदान को सलाम करते हैं। उनकी जयंती को अब पराक्रम दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। भारतीय रेलवे ने भी हावड़ा-कालका मेल को नेताजी एक्सप्रेस नाम देने का निर्णय किया है।”

 

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