नई दिल्ली. हर बार की तरह प्रधानमंत्री मोदी ने फिर विपक्ष को मुंह बंद कर दिया है। जब से कोरोना वैक्सीन लगाने की शुरुआत हुई, तब से विपक्ष यह कहकर टीके पर आक्षेप जताता रहा कि खुद प्रधानमंत्री पहले टीका लगवाएं, तब भरोसा होगा। अब यह तय हो गया कि पीएम मोदी टीका लगवाएंगे। और वही नहीं, राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी टीका लगाया जाएगा। कोरोना टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण में यह कदम उठाया जाएगा।
बता दें कि कोरोना वैक्सीन न लगवाने को लेकर प्रधानमंत्री मोदी विपक्ष के निशाने पर थे। कांग्रेस, बीएसपी, आरजेडी समेत तमाम दलों ने पीएम मोदी के टीका न लगवाने को मुद्दा बनाया था। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने तो वैक्सीन की मंजूरी प्रक्रिया पर ही सवाल उठा दिए थे। यूपी के सहारनपुर से बीएसपी सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने कहा कि सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पूरी कैबिनेट कोरोना वैक्सीन का ट्रायल अपने ऊपर कराए। आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव ने कहा था कि पहले पीएम मोदी लगवाएं कोरोना का टीका, फिर हम लगवाएंगे। अब तय हो गया कि आम लोगों में वैक्सीन के प्रति भरोसा कायम करने के लिए पीएम मोदी और मुख्यमंत्रियों समेत तमाम नेता भी वैक्सीन लगवाएंगे। सूत्रों के अनुसार, देश के अन्य बड़े चेहरे भी जैसे गृहमंत्री अमित शाह, अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री, राज्यपाल और मंत्रिमंडल के दूसरे सदस्य भी उसी दौरान टीका लगवाएंगे।
जवाब में विरोधियों का मुंह बंद करते हुए मोदी ने तब कहा था कि जनप्रतिनिधियों को सबसे पहले वैक्सीन नहीं दी जाएगी। उनका जब नंबर आएगा तो उन्हें वैक्सीन दी जाएगी। लिहाजा वो अपने रसूख का इस्तेमाल करके लाइन तोड़ने की कोशिश न करें। लाइन तोड़कर वैक्सीन ना लगवाएं।
बता दें कि पूर्व घोषणा के अनुसार, कोरोना टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण में 50 साल के ऊपर वाले लोगों को टीका लगाया जाना है। टीकाकरण की शुरुआत वाले दिन खुद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि वैक्सीन के दूसरे चरण में 50 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। आयु वर्ग के हिसाब से देश के 75 फीसदी सांसद, भारत सरकार के 95 फीसदी से ज्यादा कैबिनेट मंत्री, 76 फीसदी से ज्यादा राज्यों के मुख्यमंत्री और करीब 82 फीसदी राज्य मंत्री उस चरण में कवर हो सकते हैं। हालांकि कोरोना टीकाकरण का दूसरा चरण कब शुरू होगा, इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।
देश में फिलहाल कोरोना टीकाकरण का पहला चरण चल रहा है। इस चरण में स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीका दिया जा रहा है। अब तक कुल 7,86,842 लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। बुधवार को 1,12,007 लोगों को वैक्सीन दी गई। सबसे ज्यादा 36,211 हेल्थ वर्कर्स को कर्नाटक में टीका लगाया गया। इसके बाद आंध्र प्रदेश में 22,548, महाराष्ट्र में 16,261 लोगों को पहली डोज दी गई।