अमेरिका के राष्ट्रपति कुछ घंटों के बाद पूर्व राष्ट्रपति हो जाएंगे। उन्होंने राष्ट्रपति के तौर पर अपने कार्यकाल की समाप्ति के पहले राष्ट्र को आखिरी बार संबोधित किया। वैसे तो अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा कार्यकाल की समाप्त के मौके पर दिया गया भाषण बेहद खास होता है, लेकिन ट्रंप ने इसे और भी रोचक बना दिया। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार ट्रम्प ने अपने आखिरी भाषण अपने स्टाफ के लिखे भाषण का इस्तेमाल नहीं किया।
साथ ही ट्रम्प ने जाते-जाते चीन पर भी तंज कसा और देश के नए राष्ट्रपति जो बिडेन का नाम लिए बिना शुभकामनाएं दीं, जिससे उनकी टीस साफ झलकी। उन्होंने अपने भाषण के आखिर में अपने समर्थकों से यह भी कहा, “वी विल बैक इन सम फॉर्म यानी यानी हम किसी रूप में वापस आएंगे।
ट्रम्प ने वाइट हाउस से निकलते समय कहा कि देश का 45वां राष्ट्रपति बनना उनके लिए सम्मान की बात थी और वह बस अलविदा कहना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “ये चार साल अविश्वनीय रहे, हमने साथ मिलकर बहुत कुछ हासिल किया।”
उन्होंने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का उल्लेख करते हुए कहा कि हमें महामारी की बड़ी मार पड़ी, हमने जो किया उसे ‘चिकित्सकीय चमत्कार’ कहते हैं। हमने एक वैक्सीन महज नौ महीने में तैयार कर ली, न कि 5 से 10 साल में।’ उन्होंने चीन पर निशाना साधते हुए कोरोना वायरस को ‘चाइना वायरस’ बताया। ट्रम्प ने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बिडेन को शुभकामनाएं दीं, लेकिन अपने भाषण के दौरान उन्होंने बिडेन का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा, “कुछ बेहतरीन करने के लिए उनके पास मजबूत नींव है।”
ट्रंप के भाषण के बारे में एक बात और विशेष रही कि उन्होंने अपने आखिरी भाषण में न टेलिप्रॉम्पटर का इस्तेमाल किया और न ही लिखी हुई स्पीच का।