कांग्रेस ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी के वॉट्सऐप चैट लीक मामले को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। सवाल उठाए हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने कहा कि किसी पत्रकार को तीन दिन पहले ही एयरस्ट्राइक की जानकारी कैसे थी? उन्होंने इसे पूरे देश के लिए चिंता का विषय बताते हुए कहा कि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।
उन्होंने कहा कि मिलिट्री ऑपरेशन के सीक्रेट लीक करना देशद्रोह है। मामले में दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने सरकरा से तत्काल इस मामले में जांच के आदेश देने की मांग की।
वहीं, महाराष्ट्र के सत्ताधारी गठबंधन में शामिल कांग्रेस और राकांपा के नेताओं ने अर्नब की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सूबे के गृह मंत्री अनिल देशमुख से मंगलवार को मुलाकात की। इसके बाद देशमुख ने कहा कि अर्नब की चैट से पता चलता है कि उन्हें बालाकोट स्ट्राइक की पहले से ही जानकारी थी, जबकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा था। केंद्र सरकार को इस पर संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम भी इस मुद्दे पर कानूनी सलाह लेंगे। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वहीं थे।महाराष्ट्र कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत की अगुआई में नेता देशमुख से मुलाकात करने पहुंचे। देशमुख से मुलाकत करने के बाद सावंत ने कहा कि यह बेहद चिंता की बात है उन्होंने कहा कि अर्नब को न सिर्फ राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी बेहद गोपनीय जानकारी थी, बल्कि वे इसे BARC के पूर्व CEO पार्थो दासगुप्ता के साथ खुलेआम साझा कर रहे थे।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने हाल ही में सोशल मीडिया पर वॉट्सऐप चैट के स्क्रीन शॉट शेयर किए थे, जिसको लेकर दावा किया जा रहा है कि ये चैट अर्नब गोस्वामी और पार्थो दासगुप्ता के बीच हुई थी। दासगुप्ता 2013 से 2019 के बीच BARC के CEO थे। BARC वह संस्था है, जो देश के 45 हजार घरों में टीवी पर लगे बार-ओ-मीटर के जरिए हर हफ्ते बताती है कि कौन-सा चैनल कितना देखा जा रहा है यानी याआरपी का आकलन करता है।