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जो जीते वो हमारे…महाराष्ट्र ग्राम पंचायत चुनाव में सबके अपने-अपने दावे - Prakhar Prahari
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जो जीते वो हमारे…महाराष्ट्र ग्राम पंचायत चुनाव में सबके अपने-अपने दावे

मुंबई. महाराष्ट्र में हुए ग्राम पंचायत चुनाव में स्थापित दलों की गजब स्थिति है। जो जीते सब अपने और जो हारे वो हमारे नहीं, की तर्ज पर सभी दल अपनी-अपनी ताल ठोंक रहे हैं। सभी नतीजे अब सामने आ गए हैं। सत्ताधारी पार्टी शिवसेना इस चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है। वहीं, बीजेपी दूसरे नंबर की पार्टी बन गई है, जबकि कांग्रेस को चौथा स्थान मिला है।

15 जनवरी को हुआ था मतदान : महाराष्ट्र में कुल 27,920 ग्राम पंचायतें हैं। राज्य चुनाव आयोग ने सूबे में 14,234 ग्राम पंचायतों में चुनाव की घोषणा की थी, जो कुल ग्राम पंचायत का 50 फीसदी है। इसमें से कई ग्राम पंचायत में निर्विरोध चुनाव हुए। वहीं, शेष बची 12,711 ग्राम पंचायतों में 15 जनवरी को मतदान कराया गया था। 34 जिलों की 12, 711 ग्राम पंचायत सीटों पर यह चुनाव कराया गया था, जिसमें से शिवसेना को 3113 सीटें, बीजेपी को 2632 सीटें, एनसीपी को 2400 सीटें, कांग्रेस को 1823 सीटें, मनसे को 36 सीटें और निर्दलीय को 2344 सीटें मिली हैं।

आप ने अपनी पीठ थपथपाई : आम आदमी पार्टी ने भी अपनी पीठ थपथपाई है। महाराष्ट्र की आप नेता प्रीति शर्मा मेनन ने बताया, ‘हमने राज्य में तकरीबन 100 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें 50 से ज्यादा सीटों पर हमने जीत हासिल की है। उनके मुताबिक विदर्भ में सबसे ज्यादा सीटें आप ने जीती हैं। आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी पार्टी की महाराष्ट्र में इस जीत पर बधाई दी है।

शिवसेना ने भाजपा को दिखाया आईना : शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए बीजेपी पर निशाना साधा है। शिवसेना ने कहा, “बीजेपी को हार मान लेना चाहिए। उनको समझना चाहिए कि यहां की जनता किस पार्टी के साथ है और कौन उनके अच्छे के लिए काम करता है।” शिवसेना ने कहा,” ईडी, आईटी विभाग या सीबीआई भी बीजेपी को महाराष्ट्र में जीत नहीं दिला सकते हैं। बता दें कि बीजेपी पार्टी इसबार पूरी तैयारी के साथ चुनावी मैदान में उतरी थी। उसका कहना है कि भले उनकी पार्टी इस चुनाव में दूसरे नंबर की पार्टी बनी हो, लेकिन उनके सिंबल और समर्थित प्रत्याशियों की जीत सबसे बड़ी है। ध्यान रहे, इस चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद लगभग हर पार्टी ने अपनी जीत का दावा किया है।

भाजपा ने कहा-हमारी पार्टी सबसे आगे : भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि ग्राम पंचायत चुनाव में भाजपा को बड़ी सफलता मिली है। करीब 6 हजार ग्राम पंचायतों में भाजपा का सरपंच चुना जाएगा। वहीं, विपक्ष के नेता देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि ग्राम पंचायत चुनाव में तीनों दलों के साझे उम्मीदवारों को भाजपा के प्रत्याशियों ने कड़ी टक्कर देते हुए सूबे में भाजपा नंबर वन पार्टी के रूप में सामने आई है। यह महाविकास आघाड़ी सरकार की नैतिक पराजय है।

दिग्गज नेताओं के होम पिच में मिली हार : महाराष्ट्र के ग्राम पंचायत चुनाव में कई वरिष्ठ नेताओं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल, राधाकृष्ण विखे पाटिल, राम शिंदे, आदि नेताओं के होम पिच में हार मिली। चंद्रकांत पाटिल ने अपने गांव खानापुर में मिली हार पर कहा कि खानापुर नहीं बल्कि हमारा गांव संपूर्ण महाराष्ट्र है और भाजपा प्रदेश में एक नंबर की पार्टी के रूप में सामने आई है। वहीं, केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे को अपने ही गांव भोकरदन में हार नसीब हुई। अहमद नगर में राधाकृष्ण विखे पाटिल के पैनल ने 23 ग्राम पंचायतों में जीत दर्ज की, लेकिन अपने गांव में ही मात खा गए। कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को कराड की ग्रामीण जनता ने नकार दिया है। कराड तालुका की सभी ग्राम पंचायतों में भाजपा ने जीत हासिल की है। कोंकण के सिंधुदुर्ग में भाजपा सांसद नारायण राणे ने 70 ग्राम पंचायतों में 43 पर जीत दर्ज कर शिवसेना को बड़ा झटका दिया है।

किन्नर ने चकित किया : जलगांव के भादली बद्रुक गांव में एक किन्नर अंजली पाटिल उर्फ गुरु संजना जान ने भारी मतों से जीत हासिल कर सबको चकित कर दिया। अंजलि के नामांकन को खारिज कर दिया गया था। इसके खिलाफ अंजलि ने मुंबई हाईकोर्ट की औरंगाबाद खंडपीठ का दरवाजा खटखटाया था। हाईकोर्ट ने उनके नामांकन को वैध ठहराया, जिससे अंजलि ने चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। जीत के बाद अंजलि ने कहा कि किन्नरों के प्रति समाज की भावना बदलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर मौका मिला तो गांव की तस्वीर बदलने की कोशिश करूंगी।

अन्ना हजारे का पैनल विजयी : प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे के गांव रालेगड़सिद्धी में हालांकि हर बार निर्विरोध सरपंच चुने जाते रहे हैं, लेकिन इस बार एक गुट ने अलग पैनल बनाकर चुनाव लड़ा। ग्राम पंचायत की सभी 9 सीटों पर अन्ना के पैनल को जीत हासिल हुई।

Delhi Desk

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