भारतीय खेल प्राधिकरण ने बेलारूस के निकोलई स्नेसारेव को भारतीय एथलेटिक्स टीम का मध्य और लंबी दूरी का कोच नियुक्त किया है। निकोलई ने दो साल पहले इस पद से इस्तीफा दे दिया था। अब एक बार फिर वे इस पद पर आसीन हुए हैं।
बता दें कि 72 वर्षीय निकोलई स्नेसारेव को सितंबर के अंत तक के लिए नियुक्त किया गया है, जिसमें जुलाई-अगस्त में होने वाले टोक्यो ओलंपिक का समय भी शामिल है।
स्नेसारेव 3000 मीटर स्टीपलचेजर एथलीट अविनाश साबले को कोचिंग देंगे, जो पहले ही ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर चुके हैं। साथ ही वह अन्य मध्य और लंबी दूरी के धावकों को कोचिंग देंगे जो ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने की कोशिश में जुटे हैं।
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष आदिल सुमारिवाला ने निकोलई स्नेसारेव की नियुक्ति की सराहना की और उम्मीद जतायी कि इससे भारतीय मध्य और लंबी दूरी के धावकों के प्रदर्शन में और सुधार होगा। उन्होंने कहा,“अविनाश साबले निकोलई के साथ फिर से ट्रेनिंग करना चाहते हैं और हमें उम्मीद है कि इससे उन्हें और अधिक सुधार करने में मदद मिलेगी।”
सुमारिवाला ने कहा, “निकोलई का भारत और हमारे मध्य और लंबी दूरी के धावकों के साथ वर्षों का अनुभव रहा है। उन्होंने ललिता बाबर जैसे एथलीटों की मदद की है जो 2016 ओलंपिक खेलों में स्टीपलचेज़ स्पर्धा में शीर्ष 10 में जगह बनाने में सफल हुई थी। सुधा सिंह और अविनाश साबले के साथ उनके परिणाम अच्छे रहे हैं जिन्होंने उनके साथ शुरुआत में ट्रेनिंग की थी।”
बता दें कि स्नेसारेव 2005 में पहली बार एथलेटिक्स टीम के साथ जुड़ने के बाद से वह भारतीय टीम के साथ जुड़े रहे हैं और उन्होंने कई भारतीय एथलीटों जैसे पूजा श्रीधरन और कविता राउत को कोचिंग दी है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब एक फिर उनके योगदान से खिलाड़ियों को हौसले बुलंद होंगे।