100 साल बाद भारत को नया संसद भवन मिलने जा रहा है। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट  के तहत बनने वाले नए संसद भवन के कंस्ट्रक्शन का काम आज से शुरू होगा। इस प्रोजेक्ट पर 865 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। नए संसद भवन की डिजाइन अहमदाबाद के आर्किटेक्ट बिमल पटेल ने तैयार की है। केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को 14 सदस्यी हैरिटेज पैनल ने इसी सप्ताह मंजूरी प्रदान की थी।

नए संसद भवन का निर्माण टाटा कंपनी कर रही है। इसका निर्माण पार्लियामेंट हाउस स्टेट के प्लॉट नंबर 118 पर किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत नई संसद के अलावा इंडिया गेट के आसपास 10 इमारतें और बनेंगी, जिनमें 51 मंत्रालयों के दफ्तर होंगे।

सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत नया त्रिकोणीय संसद भवन, प्रधानमंत्री आवास, पीएमओ (PMO), यानी प्रधानमंत्री कार्यालय, उप राष्ट्रपति भवन, एक कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट बनाने के साथ ही राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक कॉरिडोर को नए सिरे से संवारा जाएगा।

आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को यहां कंस्ट्रक्शन शुरू करने से पहले हैरिटेज पैनल और इस मामले से जुड़े अधिकारियों से मंजूरी लेने के लिए कहा था। इसके बाद केंद्र सरकार ने हैरिटेज कन्सर्वेशन कमेटी से इजाजत मांगी थी और  कमेटी ने सोमवार को इस प्रोजेक्ट को शुरू करने की इजाजत दे दी।

वहीं गणतंत्र दिवस की परेड के तुरंत बाद राजपथ पर काम शुरू होगा। इसके अगले 10 महीनों में पूरा होने की उम्मीद है। उम्मीद जताई जा रही है कि 2022 में गणतंत्र दिवस की परेड नए तरीके से तैयार राजपथ पर होगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत महीने नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी। नई बिल्डिंग देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ तक तैयार होने की उम्मीद है। यह इमारत पुराने संसद भवन के सामने ही बनाई जा रही है। आपको बता दें कि मौजूदा संसद भवन को 94 साल पहले 83 लाख रुपये की लागत से बनाया गया था। अब इसे संग्रहालय में तब्दील करने की योजना है।

 

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