प्रकरण को जोड़ा गया था राजनीतिक बदले से
प्रखर खबर. मुंबई.
शिवसेना नेता संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को आखिरकार 55 लाख रुपए लौटाने पड़े। इस मामले को लेकर गत कुछ दिनों से काफी राजनीतिक गहमागहमी रही। चूंकि बीते कुछ महीनों से शिवसेना और केंद्र सरकार के बीच में काफी तल्ख़ियां रही हैं, इसलिए इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक बदले से जोड़ दिया गया। संजय राऊत ने इसके पहले कहा था कि केंद्र सरकार जान-बूझकर परेशान कर रही है। मैं जब बोलना शुरू करूंगा तो भाजपा के कई नेता नंगे हो जाएंगे। अब पैसे लौटाने के बाद संजय राउत कुछ नहीं बोल रहे हैं। महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख की भी बोलती बंद है, जिन्होंने तब कहा था कि जो कोई भी बीजेपी के खिलाफ बोलता है उसके पीछे सीबीआई और ईडी लगा दी जाती है। हमने सीबीआई के खिलाफ राज्य में रोक लगा दी है वह बिना इजाजत के यहां जांच नहीं कर सकते हैं। ईडी के जरिए इतनी गंदी राजनीति मैंने पहले कभी नहीं देखी है, लेकिन अब क्या?
धोखाधड़ी तथा आपराधिक साजिश का मामला दायर हुआ था :
यह मामला 2019 का है। आरबीआई को जैसे ही पीएमसी बैंक घोटाले का पता चला कि नकली बैंक खाते के जरिए 6500 करोड़ रुपये का लोन दिया जा रहा था, तो रिजर्व बैंक ने पैसे निकालने पर रोक लगा दी थी और धोखाधड़ी तथा आपराधिक साजिश का मामला दायर किया। जांच में प्रवर्तन निदेशालय को पता चला है कि माधुरी राउत के अकाउंट से वर्षा राउत को ये पैसे दिए गए थे। पैसेफ्रेंडली लोन के तौर पर दिए गए थे। यहां ध्यान देने वाली बात है कि प्रवीण राउत ने अपनी पत्नी माधुरी राउत के अकाउंट में एक करोड़ 60 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे। यहीं से इस अपराध की शुरुआत हुई थी। वर्षा राउत को यह पैसे दो किश्तों में मिले थे। पहली बार 50 लाख रुपये 23 दिसंबर 2010 को ट्रांसफर किए गए थे, जबकि पांच लाख रुपये 15 मार्च 2011 को भेजे गए थे। इन पैसों की मदद से दादर पूर्व में एक फ्लैट को खरीदा गया था।
संजय राउत के करीबी प्रवीण राउत की 72 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क हुई थी :
ईडी को शक था कि संजय राउत के सहयोगी प्रवीण राउत की पत्नी के खाते से आए हुए यह पैसे पीएमसी बैंक घोटाला मामले से जुड़े हो सकते हैं। इसी पीएमसी बैंक घोटाले में संजय राउत के करीबी माने जाने वाले प्रवीण राउत की तकरीबन 72 करोड़ रुपये की संपत्ति को ईडी ने कुर्क किया है। प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत, प्रवीण राउत की कंस्ट्रक्शन कंपनी ‘अवनी’ में भी पार्टनर हैं। ईडी के मुताबिक प्रवीण राउत ने तकरीबन 95 करोड़ रुपये का घोटाला एचडीआईएल की मदद से किया है। प्रवीण ने गैर कानूनी तरीके से लोन के बहाने इन पैसों को साजिश के तहत गबन किया गया है, जिसमें कई लोग शामिल हैं।