तीन नए केंद्रीय कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा। इस सिलसिले में किसानों ने 500 जत्थेबंदियों का एक डेटा तैयार किया है, जिसे किसानों की कोर्ट से कोर्ट को यह बताने की कोशिश की जाएगी कि कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन में सिर्फ पंजाब के ही किसान नहीं हैं, बल्कि इसमें देशभर के किसान शामिल हैं।
वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट में आज होने वाली सुनवाई को लेकर किसानों के साथ रविवार को लगभग तीन घंटे तक चर्चा की। नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 47वां दिन है।
किसान संगठनों की ओर से कोर्ट में आज नए कानूनों की वजह से किसानों को होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी जाएगी। एक-एक बात बारीकी से बताई जाएगी। कोर्ट में यह बताया जाएगा कि किस तरह से उन्हें आंदोलन करने पर मजबूर किया गया। आइए अब आपको बताते हैं कि कृषि कानूनों के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में कब-कब सुनवाई हुई और कोर्ट ने क्या कहाः-
- सुप्रीम कोर्ट में पहली सुनवाईः नए कृषि कानूनों के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में पहली सुनवाई 16 दिसंबर 2020 को हुई। कोर्ट ने कहा कि किसानों के मुद्दे हल नहीं हुए तो यह राष्ट्रीय मुद्दा बनेगा।
- सुप्रीम कोर्ट में दूसरी सुनवाईः नए कृषि कानूनों के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में दूसरी सुनवाई 6 जनवरी 2021 को हुई। कोर्ट ने सरकार से कहा कि स्थिति में कोई सुधार नहीं, किसानों की हालत समझते हैं।
- सुप्रीम कोर्ट में तीसरी सुनवाईः नए कृषि कानूनों के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में तीसरी सुनवाई 7 जनवरी 2021 को हुई। कोर्ट ने कहा कि तब्लीगी जमात मामले में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने चिंता जताई। कहा कि किसान आंदोलन के चलते कहीं मरकज जैसे हालात न बन जाएं।