पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी लगातार तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी पर हमलावर है। पश्चिम बंगाल के दो दिन के दौरे पर पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक बार फिर ममता सरकार पर जमकर बरसे।
बीजेपी के अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा ने पश्चिम बंगाल में किसानों को केंद्रीय योजनाओं से वंचित करने पर ममता बनर्जी सरकार पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि बीजेपी के सत्ता में आने पर राज्य में सभी योजनायें लागू की जायेंगी।
नड्डा ने ‘चावल के कटोरे’ के तौर पर जाने जाने वाले इस जिले में कृषक सुरक्षा अभियान का शुभारंभ करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के शासनकाल में देश में कृषि पर बजट आवंटन में छह गुणा से अधिक वृद्धि की गयी है। वर्ष 2013-14 में कृषि पर बजट आवंटन महज 22,000 करोड़ रुपये था जिसे बढ़ाकर मोदी सरकार ने 1,34,000 करोड़ रुपये कर दिया है।
बीजेपी नेता ने ममता सरकार की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि इसने राज्य के किसानों को कृषक विधि संबल के 6,000 रुपये के फायदे और आयुष्मान भारत के तहत पांच लाख रुपये के जीवन बीमा से वंचित रखा। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि मई 2021 के चुनाव में बीजेपी के सत्ता में आने पर केंद्र की सभी योजनायें लागू की जाएगी।
नड्डा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को लिखे गये उस पत्र की भी कड़ी आलोचना की जिसमें किसानों के लिए केंद्र प्रायोजित योजनाओं को लागू करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा,“अब इसमें काफी विलंब हो चुका है।” उन्होंने कहा,“ मई के चुनाव (विधानसभा) में लोग ममता बनर्जी सरकार को सत्ता से बेदखल कर बीजेपी को सत्ता में लाते हैं तो हम किसानों के लिए सभी योजनाओं को लागू करेंगे। ”
नड्डा ने मोदी सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार ने पिछले छह वर्षों के दौरान कृषि पर बजट प्रावधान में छह गुना वृद्धि की है। बीजेपी सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य में 50 फीसदी तक की वृद्धि तथा किसानों के लिए कानून बनाया जिसके तहत वे (किसान) अपने उत्पादों को सीधे मंडियों में बेच सकेंगे।”
नड्डा ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता 24 से 30 जनवरी के बीच 40,000 ग्राम सभा में जायेंगे और कृषक भोज की शुरूआत करेंगे। साथ ही किसानों के कल्याण के लिए केंद्र सरकार की ओर से बनाये गये तीनों कृषि कानूनों के गुणों के बारे में किसानों को अवगत करायेंगे।
बीजेपी नेता ने कहा कि कृषि के मामले में देश के 29 राज्यों में से बंगाल का स्थान 24वां है जबकि राज्य में सिंचाई के लिए अथाह पानी है। उन्होंने कहा कि किसान सिंचाई की सुविधा चाहते हैं जिसका बंगाल में अभाव है।
नड्डा ने कई केंद्रीय योजनाओं का नाम बदलने और उन्हें स्थानीय नामों पर चलाने के लिए भी ममता सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा, “ यह लोगों के लिए अच्छा नहीं होगा क्योंकि वे पहले से ही जानते हैं कि वे केंद्रीय योजनाएं हैं और पीएम मोदी को आशीर्वाद दे रहे हैं।” उन्होंने इस संदर्भ में उदाहरण देते हुए कहा कि स्वच्छ भारत का नाम बदलकर निर्मल बंगला कर दिया गया है। उन्होंने राज्य की तृणमूल सरकार को घोटालों की सरकार बताते हुए कहा कि इस शासनकाल में शारदा और नारदा घोटालों के अलावा अम्फान तूफान राहत के नाम पर बांटी गयी राशि में भी घपला किया गया।
इससे पहले नड्डा पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ‘मिशन बंगाल’ अभियान पर आज अंडाल पहुंचे। पश्चिम बर्दवान जिले के अंडाल हवाई अड्डे पर पार्टी कार्यकर्ताओं और आदिवासी समुदाय ने पारंपरिक तरीके से नड्डा का स्वागत किया। पार्टी के मुख्य पर्यवेक्षक कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष सहित राज्य के शीर्ष और वरिष्ठ बीजेपी नेता तथा बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने नड्डा की अगवानी की। उनके आगमन में एक घंटे की देरी हुई क्योंकि उनका विमान दिल्ली में खराब दृश्यता के कारण देर से रवाना हुआ।