प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रवासी भारतीय दिवस पर आयोजित समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने विदेशों में देश की सभ्यता और संस्कृति की अलग पहचान बनाने के लिए प्रवासी भारतीयों की तारीफ की और उनसे ‘मेड इन इंडिया’ उत्पादों का इस्तेमाल करने की अपील की। मोदी ने कहा कि इससे ‘ब्रांड इंडिया’ की पहचान को और मजबूती मिलेगी।
उन्होंने कहा, “आज जब भारत आत्मनिर्भर बनने के लिए आगे बढ़ रहा है तो यहां भी ब्रांड इंडिया की पहचान को मजबूत बनाने में आपका रोल अहम है। जब आप मेड इन इंडिया उत्पादों का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करेंगे तो आपके इर्द-गिर्द रहने वालों में भी इनको लेकर विश्वास बढ़ेगा।” उन्होंने कहा कि ये मेड इन इंडिया उत्पाद चाय से लेकर कपड़ों और दवाओं तक कुछ भी हो सकते हैं। इससे देश का निर्यात तो बढ़ेगा ही हमारी विविधता भी दुनिया में पहुंचेगी।
मोदी ने देश में निवेश करने, विदेशों में कमाये गए पैसे स्वदेश भेजकर देश के विकास में योगदान देने और कोविड-19 महामारी के दौरान पीएम केयर्स फंड में दान देने के लिए भी प्रवासी भारतीयों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि आज खान-पान हो या फैशन, पारिवारिक मूल्य हों या कारोबारी मूल्य, देश के प्रवासियों ने दुनिया भर में भारतीयता का प्रसार किया है।
पीएम ने प्रवासी भारतीयों को आश्वासन दिया कि भारत सरकार हर समय, हर पल अपने प्रवासियों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर लागू लॉकडाउन के दौरान विदेशों में फंसे 45 लाख से ज्यादा भारतीयों को वंदे भारत मिशन के तहत स्वदेश लाया जा चुका है। विदेशों में भारतीय समुदाय को समय पर सही मदद मिले, इसके लिए हर संभव प्रयास किये गए। महामारी के बीच भी भारतीयों के रोज़गार सुरक्षित रहें, इसके लिए कूटनीतिक स्तर पर हर संभव कोशिश की गई।
उन्होंने कहा “खाड़ी के देशों सहित अनेक देशों से लौटे साथियों के लिए ‘स्किल्ड वर्कर्स अराइवल डाटाबेस फॉर इम्प्लॉयमेंट सपोर्ट’ यानी ‘स्वदेस’ नाम की नयी पहल शुरू की गई। इसका उद्देश्य वन्दे भारत मिशन में लौट रहे कामगारों की कौशल की पहचान कर उन्हें भारतीय और विदेशी कंपनियों से जोड़ना है।”