पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। राज्य में तीन-चार महीने में होने जा रहे विधानसभा चुनावों से पहले एक के बाद एक नेता पार्टी का साथ छोड़ते जा रहे हैं। इसी बीच पार्टी की विधायक वैशाली डालमिया ने पार्टी के वर्क कल्चर पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि पार्टी में कुछ लोग दूसरों को काम नहीं करने दे रहे। ऐसे लोग पार्टी को दीमक की तरह अंदर ही अंदर खोखला कर रहे हैं।
आपको बता दें कि बल्ली विधानसभा से विधायक वैशाली पूर्व बीसीसी (BCCI) यानी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जगमोहन डालमिया का बेटी हैं और मौजूदा वर्तमान बोर्ड प्रेसिडेंट सौरव गांगुली की करीबी मानी जाती हैं।
वैशाली ने कहा कि गत तीन-चार सालों से पार्टी में कुछ लोग दूसरों को काम नहीं करने दे रहे हैं। ये ऐसे लोग हैं, जिनके दिल में कार्यकर्ताओं के लिए प्यार नहीं बचा और न ही इन्हें राज्य की जनता के भले की चिंता है। ऐसे लोगों केवल अपने आप से मतलब है।
उन्होंने कहा कि ऐसे ही लोगों से दुखी होकर मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला ने दुखी होकर मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और अब उन्हें पार्टी के लोगों के हमले का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे लोगों को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी कोई लगाव नहीं है।
आपको बता दें कि इससे पहले राज्य के खेल मंत्री एवं पूर्व क्रिकेटर लक्ष्मी रतन शुक्ला ने मंगलवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, उन्होंने अब तक विधायकी नहीं छोड़ी है।