उत्तर प्रदेश के बदायूं में बलात्कार के बाद हत्या की घटना ने एक बार फिर दिल्ली की ‘निर्भया कांड’ की याद ताजा कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि महिला के साथ सामुहिक बलात्कार हुआ और उनके गुप्तांग में चोट के निशान भी पाए गए हैं। इसके अलावा महिला की एक टांग में भी फ्रैक्चर पाया गया है। इस हैवानियत की घोर निंदा हो रही है। सूबे में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐसे में महिला आयोग की एक सदस्य ने शर्मनाक बयान दिया और मृतक महिला को ही इसके लिए जिम्मेदार ठहरा दिया। इस पर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की चेयरपर्सन रेखा शर्मा से सफाई भी मांगी गई। अब इस मामले को पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि महिलायें इस प्रशासनिक प्रणाली और बदजुबानी को कभी माफ नहीं करेंगी।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने फेसबुक वाल पर पोस्ट किया, “क्या इस व्यवहार से हम महिला सुरक्षा सुनिश्चित कर पाएंगे। महिला आयोग की सदस्य बलात्कार के लिए पीड़िता को दोषी ठहरा रही हैं। बदायूं प्रशासन को ये चिंता है कि इस केस का सच सामने लाने वाली पीड़िता की पोस्टमार्टम लीक कैसे हुई।”
उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा, “याद रखिए कि इस समय एक और भयावह बलात्कार के मामले में मुरादाबाद की पीड़िता मौत से जंग लड़ रही है। महिलाएं इस प्रशासनिक प्रणाली को व इस बदजुबानी को माफ नहीं करेंगी।”
गौरतलब है कि राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी ने गुरुवार (7 जनवरी) को बदायूं में पीड़ित परिवार के घर का दौरा किया था और पुलिस अधिकारियों से जानकारी हासिल की थी। बाद में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होने कहा था कि यदि शाम के समय महिला मंदिर जाते समय परिवार के किसी सदस्य को साथ ले जाती तो इस जघन्य वारदात को टाला जा सकता था। हालांकि उन्होने कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिये। उन्होंने कहा थाा कि मामले में पुलिस की लापरवाही उजागर हुयी है। अगर पुलिस सक्रिय होती तो यह घटना नहीं हो सकती थी।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हुयी इस घटना की जांच एसआईटी से कराने के निर्देश दिये हैं। इस मामले में मुख्य आरोपी समेत सभी तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में संबधित क्षेत्र के थानाध्यक्ष को सस्पेंड किया गया है।