बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं को लेकर बड़ी बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि राज्य की आर्थिक स्थिति में हुए सुधार में महिलाओं की भूमिका को महत्वपूर्ण रही है।
कुमार ने यहां धमदाहा प्रखंड के गंगा प्रसाद उत्क्रमित उच्च विद्यालय दमगाड़ा में जीविका (ग्रामीण विकास विभाग) के सामुदायिक संगठन- ‘महिला उद्यमशीलता वटवृक्ष के अंतर्गत मुख्यमंत्री का सामुदायिक संगठनों के साथ संवाद’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार की आर्थिक स्थिति में जो सुधार आया है उसमें महिलाओं की महती भूमिका है। स्वयं सहायता समूह के मामले में बिहार दूसरे राज्यों से काफी पीछे था लेकिन आज स्थिति यह है कि यहां के जीविका समूह के पैटर्न को अपनाते हुए केंद्र ने पूरे देश में आजीविका कार्यक्रम लागू किया। वह चाहते हैं कि यह और बेहतर हो।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मेरा लक्ष्य समाज को आगे बढ़ाना है और यह तभी संभव होगा, जब पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं की भी विकास कार्यों में भूमिका होगी। यहां हो रहे बेहतर कार्यों के बारे में नई पीढ़ी के बच्चे-बच्चियों को भी जानकारी देते रहें। जीविका समूह से गरीब घरों की महिलाएं जुड़कर काम कर रही हैं। घर के बच्चे-बच्चियों को ठीक ढंग से गाइड करें क्योंकि मोबाइल पर बहुत सी चीजें अनाप-शनाप चल रही हैं। मक्का के उत्पादन और विक्रय के अलावा मक्का से जो उत्पाद तैयार हो रहे हैं, वह यहीं तैयार की जाए, इस दिशा में व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।”
कुमार ने कहा कि उन्होंने 10 लाख जीविका समूह बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिनकी संख्या अब 10 लाख से भी ज्यादा हो गई है। जीविका समूहों से एक करोड़ 20 लाख महिलाओं को जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित था, जो अब बढ़कर एक करोड़ 20 लाख से ज्यादा महिलाएं जीविका समूहों से जुड़कर काम कर रही हैं। जीविका दीदियों को बैंकिंग प्रणाली के विषय में जितनी जानकारी प्राप्त है, उतना पढ़े लिखे लोगों को भी जानकारी नहीं है। जीविका समूहों के कारण ही महिलाएं काफी जागृत और प्रेरित हो रही हैं। यहां एग्रो प्रोड्यूसर ग्रुप द्वारा बहुत अच्छा काम हो रहा है। बड़े पैमाने पर मक्के की खेती हो रही है, इसका लोगों को लाभ मिल रहा है। हमारा लक्ष्य जीविका समूहों के कार्यों का और अधिक विस्तार करना है, सिर्फ संख्या बढ़ाना नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के कारण जितने लोग बिहार आए हैं, वह चाहते हैं कि उन्हें यहीं रोजगार का अवसर प्राप्त हो। मजबूरी में किसी को बाहर नहीं जाना पड़े। बिहार वापस आये लोगों द्वारा पश्चिम चंपारण में अन्य चीजों के अलावा कपड़ा उद्योग के क्षेत्र में काफी अच्छा काम शुरू हुआ है। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली लड़कियों के लिए पोशाक और साइकिल योजना शुरू की गई है। पहले बाहर से कपड़ा आता था लेकिन उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों के पोशाक के लिए जीविका समूहों के माध्यम से स्थानीय स्तर पर पोशाक उपलब्ध हो ताकि राज्य का पैसा बाहर जाने से बच सके।
कुमार ने कहा कि अस्पताल में इलाज के लिए जो लोग जाते हैं, उन्हें भोजन उपलब्ध कराने के लिए जीविका समूहों ने यहां दीदी की रसोई शुरू की है। इसी तर्ज पर पूरे बिहार में यह व्यवस्था सुनिश्चित हो। भोजन के अलावा सरकारी अस्पतालों में जीविका समूहों ने बेडशीट की उपलब्धता सुनिश्चित हो। इसके लिए जीविका समूहों को राज्य सरकार हरसंभव मदद करेगी। पंचायती राज एवं नगर निकाय के चुनावों में महिलाओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया है, इससे महिलाओं में काफी जागृति आयी है। बिहार के सरकारी स्कूलों में पहले नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़कियों की संख्या एक लाख 70 हजार थी लेकिन साइकिल योजना शुरू करने का परिणाम है कि पिछले वर्ष मैट्रिक की परीक्षा में लड़कियों की संख्या लड़कों से भी ज्यादा थी। लड़कियों के शिक्षित होने से समाज आगे बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत जगह-जगह तालाबों का निर्माण एवं जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। इसकी देखभाल की पूरी जिम्मेवारी अब सरकार जीविका समूहों को सौंपने वाली है। उन्होंने जीविका दीदियों से अपील करते हुए कहा कि आपसे यही अपेक्षा है कि नई पीढ़ी को जागरुक करें ताकि वह गुमराह न हो सकें। आपकी प्रेरणा से वे अच्छे कदम की तरफ बढ़ेंगे। कुछ लोग हैं जो नई पीढ़ी को गुमराह कर गलत रास्ते पर ले जाने की कोशिश में जुटे हैं।
कुमार ने कहा कि परिवार के लोग आगे बढ़ेंगे तभी परिवार आगे बढ़ेगा। जीविका दीदियों का धीरे-धीरे विकसित होना उनकी जागृति को दर्शाता है। उन्होंने अधिकरियों को यहां हो रहे काम का आंकलन करने का निर्देश दिया और कहा कि काम और बेहतर ढंग से हो तभी ठीक ढंग से इलाके का विकास हो पाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार में कोई भी बड़ी फैक्ट्री नहीं है, फिर भी राज्य की तरक्की हो रही है और प्रतिव्यक्ति आमदनी भी बढ़ रही है। इसका कारण आप सभी लोग हैं।
मुख्यमंत्री ने संवाद कार्यक्रम के पूर्व गंगा प्रसाद उत्क्रमित हाई स्कूल प्रांगण में लगे स्टॉल एवं प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस क्रम में उन्होंने मक्का खरीदने की पूरी प्रक्रिया का डेमो देखा कि किस तरह से जीविका दीदियां मक्का का क्रय कर उसे बाजार तक बेचती हैं। स्टॉल निरीक्षण के क्रम में कृषि आधारित उत्पादक कंपनी की आपूर्ति एवं विपणन संरचना, शासकीय संरचना, मूल्य संवर्द्धन एवं उत्पाद, उत्पादक समूह की संस्थागत संरचना, डिजिटल प्रशिक्षण संरचना सहित अरण्यक एग्री प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड से जुड़ी अन्य गतिविधियों के संबंध में जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री को विस्तारपूर्वक बताया।
इस अवसर पर जल संसाधन एवं ग्रामीण विकास मंत्री विजय कुमार चौधरी, सांसद संतोष कुमार कुशवाहा, विधायक लेसी सिंह, कृष्ण कुमार ऋषि एवं बीमा भारती, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी, पूर्णिया प्रमंडल के आयुक्त राहुल रंजन महिवाल, महानिरीक्षक सुरेश प्रसाद चौधरी, सचिव ग्रामीण विकास एवं जीविका के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बाला मुरुगन डी., जिलाधिकारी राहुल कुमार, पुलिस अधीक्षक दयाशंकर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, जीविका दीदियां एवं अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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