उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और बाद में उनकी हत्या कर दी गई. इस घटना की पूरे देश में निंदा हो रही है. ऐसे में राष्ट्रीय महिला आयोग की एक सदस्य के शर्मनाक बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है. महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी बदायूं पहुंचीं. वहां वहां उन्होंने पीड़ित महिला पर ही सवाल खड़े कर दिए. के घर से बाहर निकलने के समय पर ही सवाल उठा दिए.
चंद्रमुखी देवी ने कहा कि महिलाओं को कभी भी किसी के प्रभाव में समय-असमय नहीं पहुंचना चाहिए. अगर शाम के समय वो महिला नहीं गई होती या परिवार का कोई सदस्य साथ में होता तो शायद ऐसी घटना नहीं घटती, लेकिन ये सुनियोजित था, क्योंकि उसको फोनकर बुलाया गया. वो वहां गई. चंद्रमुखी देवी अपने इस बयान पर घिर गईं. विवाद बढ़ने के बाद उन्हें अपना बयान वापस ले लिया है. उन्होंने कहा है कि मेरे बयान से कोई आहत हुआ है तो मैं वापस लेती हूं.
बदायूं पहुंची चंद्रमुखी देवी ने कहा कि सरकार रेप जैसे मामलों में बहुत सख्त है. लेकिन इसके बावजूद ऐसी घटनाएं घटित हो जा रही हैं. सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात इस मामले में पुलिस की भूमिका है. मैं पुलिस की भूमिका से संतुष्ट नहीं हूं. उन्होंने कहा कि ठीक है ग्राणीण क्षेत्र है. बारिश हो रही थी, लेकिन इसके बावजूद सिर्फ ये कह देना कि एक घटना में पूरी पुलिस फोर्स लगी हुई थी, दूसरी घटना की रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई, इतना विलंब हुआ. चंद्रमुखी देवी ने कहा कि एसएसपी से मेरी बात हुई है. उन्होंने मुझे बताया कि जिस समय महिला यहां आई वो बेहोश थी.
चंद्रमुखी देवी के इस बयान को लेकर फिल्म निर्माता और अभिनेत्री पूजा भट्ट ने ट्वीट कर आयोग और चेयरपर्सन रेखा शर्मा से पूछा कि क्या वह इस बयान का समर्थन करती हैं, यदि हां तो इस पर वह सफाई दें.
विवाद शुरू होने के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने ट्वीट कर सफाई दी. शर्मा ने कहा- नहीं, मैं इसका समर्थन नहीं करती. मुझे नहीं पता कि कैसे और क्यों आयोग की सदस्य ने ये कहा लेकिन किसी भी महिला को अपनी मर्जी से कभी भी और कहीं भी जाने का पूरा अधिकार है. जगहों को महिलाओं के लिए सुरक्षित रखना समाज और राज्य की जिम्मेदारी है.
आपको बता दें कि बदायूं में 50 साल की एक महिला के साथ गैंगरेप किया गया, बाद में उसकी हत्या कर दी गई. महिला के साथ तीन लोगों ने रेप किया, उसके शरीर पर चोट के निशान थे और हड्डियां तक तोड़ दी गईं. महिला के साथ ये घटना तब हुई जब वो मंदिर में पूजा के लिए जा रही थी. इस मामले में अभी तक स्थानीय थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है. आपको बता दें कि राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने महिला के घर का दौरा किया. महिला आयोग ने इस मामले पर यूपी सरकार को नोटिस भी दिया है.
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