Bird Flu

देश में बर्ड फ्लू ने पसारे पैर, केंद्र ने राज्यों को किया अलर्ट, केरल में आपात स्थिति घोषित
कोरोना वायरस महामारी का कहर अभी थमा भी नहीं है कि देश में बर्ड फ्लू ने दहशत फैला दी है। कई राज्यों में धड़ाधड़ पक्षियों के मरने के बाद जांच में पता चला कि ये मौतें बर्ड फ्लू की वजह से हुई हैं। इसके बाद से केंद्र सरकार ने इस बीमारी को लेकर राज्यों को एलर्ट जारी कर दिया है।

केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल सहित कई राज्यों में पक्षियों में बर्ड फ्लू का संक्रमण पाये जाने के बाद राज्यों और केंद्र शासित प्रदशों को वायरस का प्रसार रोकने के लिए हरसंभव उपाय करने के निर्देश दिये हैं।

वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने मंगलवार को इस संबंध में एक परामर्श जारी किया है। मंत्रालय ने बताया कि हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, केरल और अन्य राज्यों में इसके कारण पक्षियों की मौत होने के बाद संक्रमण की जांच में बर्ड फ्लू होने का पता चला है। कई राज्यों में इसके कारण बड़े पैमाने पर पक्षियों को मारना पड़ा है।

सरकार ने पक्षियों के स्वास्थ्य पर निगरानी रखने का भी निर्देश दिया है ताकि बर्ड फ्लू का किसी भी किस्म का संकेत नजर आने पर तत्काल कार्रवाई की जा सके। कुछ राज्यों में बर्ड फ्लू के प्रसार के मद्देनजर आपात स्थिति की घोषणा की गयी है।

कर्नाटक में अधिकारियों ने बर्ड फ्लू के प्रकोप की रिपोर्ट के बाद अलर्ट जारी कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने यहां मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि पड़ोसी राज्यों में पक्षियों में संक्रमण की रिपोर्ट मिली है। उन्होंने कहा,“ मैंने सीमावर्ती जिलों में स्वास्थ्य अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए कहा है।”

केरल सरकार ने बर्ड फ्लू को राज्य-विशिष्ट आपदा घोषित किया है और पड़ोसी राज्यों को महामारी को लेकर सतर्क कर दिया गया है। राज्य पशुपालन निदेशक डॉ. के एम दिलीप ने मंगलवार को कहा कि बर्ड फ्लू को राज्य विशेष आपदा की सूची में शामिल किया गया है। इसकी वजह से अलप्पुझा और कोट्टायम जिलों में हजारों बत्तख मारे गये।
केरल में बर्ड फ्लू की रिपोर्ट के बाद, पड़ोसी राज्य तमिलनाडु ने केरल से बत्तख और मुर्गियों सहित घरेलू पक्षियों के मांस और अंडे के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है और सीमावर्ती क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है।

हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू के दस्तक देते ही कांगड़ा जिले के पौंग बांध के आसपास बर्ड फ्लू से प्रवासी पक्षियों की मौत का आंकड़ा दो हजार को पार कर गया है। भोपाल के पशु रोग संस्थान की रिपोर्ट में वायरस की पुष्टि होने के बाद वन्य प्राणी शाखा के अधिकारी खासे सतर्क हो गये हैं।

वन विभाग ने पड़ोसी पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड दिल्ली समेत कई राज्यों को अलर्ट जारी करते हुए कहा कि वे अपने राज्यों के प्रवासी पक्षियों की गतिविधियों पर नजर रखें। हिमाचल में पाया गया बर्ड फ्लू सामान्य फ्लू नहीं है, यह पक्षियों से इन्सान में भी फैल सकता है। पीसीसीएफ वन्य प्राणी शाखा की प्रधान संरक्षक अर्चना शर्मा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि यह बर्ड फ्लू सामान्य नहीं है लेकिन इसके लक्षण सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार जैसे ही होते हैं।

हरियाणा में पंचकूला जिले के बरवाला में पॉल्ट्री फाॅर्मों में करीब एक लाख मुर्गियों की मौत से प्रदेश का पॉल्ट्री उद्योग भी सहम गया है। मुर्गियों में बर्ड फ्लू फैलने की आहट से प्रदेश के अन्य हिस्सों के पॉल्ट्री उद्योग में खौफ है, हालांकि इन मुर्गियों की मौत किस कारण से हुई, यह पता नहीं चला है लेकिन देश के अन्य राज्याें में बड़ी संख्या में पक्षियों के मृत पाये जाने तथा इनमें जांच के बाद बर्ड फ्लू की पुष्टि होने से हरियाणा में भी बर्ड फ्लू की आशंका गहराने लगी है। सम्भावित खतरे को देखते हुए पॉल्ट्री व्यवसायी सुरक्षा के उपाय करने में जुट गए हैं। इसके तहत पॉल्ट्री फार्मों और हैचरी के आसपास बायो सेफ्टी बढ़ा दी गयी है और वहीं दवा का छिड़काव भी किया जा रहा है।

पंचकूला के रायपुररानी-बरवाला क्षेत्र में लगभग डेढ़ सौ पॉल्ट्री फार्म हैं। दूसरी तरफ जींद जिला भी पॉल्ट्री हब माना जाता है। जिले में करीब 500 से ज्यादा पॉल्ट्री फार्म हैं जिनमें 70 लाख से अधिक मुर्गियां पाली जा रही हैं। इसके अलावा 80 हैचरी हैं जिनमें ऐसी मुर्गियों को रखा जाता है जो अंडे देती हैं। इन हैचरी में करीब एक करोड़ ऐसी मुर्गियां हैं।
राजस्थान में पक्षियों की संक्रामक की बीमारी बर्ड फ्लू से अब तक करीब 530 पक्षियों की मौत हो चुकी है जिसमें 475 से अधिक कौए शामिल हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्रदेश के सवाई माधोपुर और झालावाड़ जिलों में पिछले चौबीस घंटे के दौरान 140 कौओं ने दम तोड़ा है। इनमें सवाई माधोपुर में 35, बीकानेर में 53, झालावाड़ में 22, बारां में 17, पाली में नौ और बांसवाड़ा में सात कौओं की मौत हो चुकी है।

बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी जिलों में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिए हैं। विशेषज्ञों की टीम को प्रभावित जिलों में रवाना कर दिया गया है। प्रदेश में प्रवासी पक्षियों के आगमन को देखते हुए सभी वेटलैंड्स से 10-10 सैंपल लिए जाने के निर्देश भी दिए हैं।

बता दें कि केरल में बर्ड फ्लू का प्रसार बड़ी तेजी से हो रहा है. इसे देखते हुए बर्ड फ्लू को राज्य विशिष्ट आपदा घोषित कर दिया गया है। कोट्टायम और अलप्पुझा जिले के कुछ हिस्सों में बर्ड फ्लू के कहर की पुष्टि हुई है। कोट्टायम जिला प्रशासन ने कहा कि नींदूर में एक बत्तख पालन केंद्र में बर्ड फ्लू पाया गया है और वहां 1,200 से ज्यादा बत्तख मर चुकी हैं। सूत्रों के मुताबिक, इसी तरह अलप्पुझा जिले के कुट्टानद के कुछ फार्म में भी बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं। इसके बाद वायरस के प्रसार को रोकने के लिए एहतियान 40,000 पक्षियों को मारने का आधेश जारी किया गया है। केरल के मंत्री के राजू ने इस बात की पुष्टि की है कि पांच से 8 सैंपल में वायरस के प्रमाण मिले हैं।

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