कड़ाके की सर्दी तथा दिल्ली और एनसीआर में दो दिनों से हो रही बारिश के बीच भी किसान दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन पर डटे हुए हुए हैं। तीन नए केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 39वां दिन है। इस बीत इस मुद्दे पर सरकार तथा किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच सोमवार को 8वें दौर की बातचीत होगी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को किसानों के बड़े मुद्दों का हल भी निकल सकता है। सरकार एमएसपी (MSP) यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य और एपीएमसी यानी (APMC) एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमेटी के मुद्दों पर लिखित में आश्वासन दे सकती है। साथ ही ऐसी व्यवस्था की जा सकती है कि प्राइवेट कंपनियां मंडियों में एमएसपी से कम भाव पर किसानों की फसलों की खरीद नहीं कर पाएं।
उधर, किसान सोमवार को सरकार से होने वाली बातचीत से दिल्ली की सीमाओं पर शांतिपूर्ण ढंग से धरना दे रहे हैं। हालांकि,किसानों ने बातचीत सफल नहीं रहने की स्थिति में आगे का रोडमैप भी तैयार कर लिया है। किसान समन्वय समिति ने कहा है कि मांगें नहीं मानी गई तो दिल्ली के चारों ओर लगे मोर्चों से किसान 26 जनवरी को दिल्ली में घुसकर ट्रैक्टर-ट्रॉली और दूसरे वाहनों के साथ किसान गणतंत्र परेड निकालेंगे।
इस बीच किसानों के मुद्दे पर विपक्षी दल भी सरकार को घेरने में जुटे हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित कांग्रेस के कई नेता आज जयपुर में प्रदर्शन करेंगे।