अरब देश यमन से बुरी खबर आई है. यहां अदन एयरपोर्ट धमाकों से थरथरा उठा. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, इस धमाके में कम से कम 16 लोग मारे गए हैं. वहीं, एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. इस धमाके के कुछ देर पहले ही सरकार के नए कैबिनेट मंत्रियों को लेकर एक जहाज यहां पहुंचा था. ये मंत्री सऊदी अरब से लौटे थे. खास बात है कि यमन में लंबे समय से गृहयुद्ध जारी है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, मौके पर मौजूद चश्मदीदों ने बताया कि जहाज लैंड होने के कुछ समय बाद ही एयरपोर्ट पर गोलियां चलने की आवाजें सुनाईं दी थीं. रॉयटर्स के रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री मईन अब्दुलमलिक और राजदूत सईद अल जबर समेत कैबिनेट सदस्यों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है. पीएम मईन ने ट्वीट के जरिए सुरक्षित होने की पु्ष्टि की है. उन्होंने लिखा, ‘हम और सरकार के सदस्य अदन की अस्थायी राजधानी में हैं और सब कुछ ठीक है.’ उन्होंने लिखा, ‘अदन एयरपोर्ट को निशाना बनाकर किया गया यह कायर आतंकी हमला उस युद्ध का हिस्सा है, जो यमन राज्य और इसके महान लोगों के खिलाफ छेड़ा गया है.’

आपको बता दें कि पीएम सईद के नए मंत्रिमंडल को राष्ट्रपति अब्द रब्बो मंसूर हादी के प्रति वफादार बलों और अलगाववादी सदर्न ट्रांजिशनल काउंसिल (STC) के बीच जारी दरार को ठीक करने के मकसद से किया गया था. सरकार ने इस कैबिनेट के जरिए दोनों पक्षों के बीच मतभेदों को दूर करने के प्रयास किया था. 2015 में तेज हुए विवाद के बाद यमन में हालात काफी बिगड़ गए थे. उस दौरान सऊदी के नेतृत्व वाले अरब राज्य ने हौथियों को हराने के लिए और राष्ट्रपति हादी की सत्ता को बहाल करने के लिए सैन्य कार्रवाई की थी.
सरकार के सभी सदस्य अलगाववादियों के साथ समझौता कर वापस अदन लौटे थे. नए मंत्रिमंडल ने राष्ट्रपति हादी की सरकार को दक्षिणी अलगाववादियों के साथ एकजुट किया था.

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