दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सिंधू बॉर्डर में आंदोलन कर रहे किसानों को समर्थन देने एक बार फिर पहुंचे. यहां उन्होंने हजारों किसानों के सामने मोदी सरकार को चुनौती दी. केजरीवाल ने कहा कि किसी भी केंद्रीय मंत्री को किसानों के साथ खुली बहस के लिए चेलेंज कर रहा हूं. केजरीवाल ने कहा कि किसान जीवित रहने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं, ऐसे में मोदी सरकार को कृषि कानूनों को वापस ले लेना चाहिए.
बता दें कि मुख्यमंत्री केजरीवाल के साथ उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी थे. इससे पहले केजरीवाल सात दिसंबर को दिल्ली-हरियाणा के सिंघू बॉर्डर पर किसानों से मिलने गए थे. अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘किसान अपने जीवन के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं. ये कानून उनकी भूमि छीन लेगा. मैं हाथ जोड़कर केंद्र से अपील करता हूं कि वह कृपा कर इन तीनों कृषि कानूनों को वापस ले.’
मनीष सिसोदिया ने प्रदर्शनकारी किसानों से कहा, ‘हम सभी व्यवस्थाओं पर करीब से नजर रख रहे हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि आपको (किसानों को) कम से कम परेशानी हो.’ सिंघू बॉर्डर के दौरे में केजरीवाल ने दिल्ली सरकार द्वारा की गई व्यवस्था का भी जायजा लिया.
गौरतलब है कि किसानों ने सरकार से अगले दौर की बातचीत के लिए 29 दिसंबर को 11 बजे का समय तय किया है. बातचीत के लिए किसानों ने सरकार के सामने चार शर्तें रखी हैं, जिसमें तीनों नए कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग है. इसके साथ ही किसानों ने केंद्र से कहा है कि कृषि कानूनों को खत्म के अलावा वे किसी भी दूसरी मांग को मानने के लिए तैयार नहीं हैं.