देश में सिमटती कांग्रेस में जान फूंकने और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को कड़ा मुकाबला देने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बैठक की। इस बैठक में उन्होंने कहा है कि पार्टी के सभी बड़े नेता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुकाबला करने को एकजुट हैं और इस बारे में रणनीति बनाने के लिए ‘चिंतन शिविर’ अयोजित किया जाएगा।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार श्रीमती गांधी ने शनिवार को यहां अपने आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस एक बड़ा परिवार है और यहां लोकतांत्रिक तरीके से सभी को बोलने की आजादी है इसलिए कई बड़े मुद्दों पर वैचारिक मतभेद स्वाभाविक हैं लेकिन पार्टी को मज़बूत करने के लिए सभी नेता एकमत और एकजुट है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समक्ष बड़ी चुनौती भाजपा की है और उससे निपटने के लिए पार्टी का एक ‘चिंतन शिविर’ आयोजित किए जाने की जरूरत है जिसमे इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
यह पूछने पर की ‘चिंतन शिविर’ कब आयोजित होगा सूत्रों ने बताया कि इस बारे में फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है। बैठक को संबोधित करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस का यह विशाल परिवार इसके सब नेताओं का है और वरिष्ठ नेताओं का इसमें विशेष महत्व है। इन नेताओं में कई नेता उनके पिता तथा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के मित्र रहे है और वह उन सबका स्वाभाविक रूप से बहुत सम्मान करते हैं।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में श्री गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग भी की गई। पार्टी के बागी माने जाने वाले नेताओं ने भी श्री गांधी से पार्टी की कमान संभालने का आग्रह किया। श्री गांधी ने कहा कि पार्टी का जो आदेश होगा वह उसका पालन करेंगे लेकिन फिलहाल पार्टी संगठन की चुनाव प्रक्रिया चल रही है और नया अध्यक्ष कौन होगा यह सब चुनावी प्रक्रिया पर छोड़ दिया जाना चाहिए।
बैठक में श्रीमती गांधी और राहुल गांधी के साथ ही उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, शशि शेखर, पी चिदंबरम, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पृथ्वी राज चव्हाण सहित कई अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया।