अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. ऐसे में काफी वक्त से चर्चा हो रही थी कि धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद का क्या हुआ. तो अब उसका एक डिजाइन सामने आया है और बताया गया है कि मंदिर परिसर से करीब 20 किलोमीटर दूर गांव धन्नीपुर में मस्जिद और इस्लामिक शोध संस्थान सहित अन्य इदारों की इमारतों के बनाने का सिलसिला अगले महीने शुरू हो जाएगा.
सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के मुताबिक इस परिसर में मस्जिद और शोध संस्थान के अलावा मल्टी स्पेशिलिटी अस्पताल, सार्वजनिक भोजनालय और कुतुबखाना यानी आधुनिक पुस्तकालय भी बनाने की योजना है.
अयोध्या के धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद की नींव और डिजाइन पर अंतिम मुहर लग गई है . मस्जिद के लेआउट और डिजाइन जारी कर दिए गए.
धन्नीपुर में प्रस्तावित मस्जिद की डिजाइन को लेकर आज की बैठक में फाउंडेशन के सभी सदस्यों के साथ आर्किटेक्ट भी शामिल हुए थे. जो लोग बैठक में शामिल नहीं हो सके उन्हें वर्चुअल तरीके से जोड़ा गया. बैठक में मस्जिद निर्माण, अस्पताल, रिसर्च सेंटर, कम्युनिटी किचन और म्यूजियम आदि की डिजाइन पर भी मुहर लगी.
बैठक में तय हुआ है कि अगले साल 26 जनवरी से मस्जिद निर्माण शुरू हो जाएगा. यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सूत्रों के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुहैया कराई गई 5 एकड़ जमीन पर मस्जिद परिसर निर्माण शुरू करने की सारी तैयारियां अंतिम चरण में है. नक्शा भी तैयार कर लिया गया है. अब शिलान्यास की औपचारिकता के साथ मस्जिद परिसर में अन्य भवनों के निर्माण की भी शुरुआत हो जाएगी.
सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन (आईसीएसएफ) ही इसकी देखरेख कर रहा है. फाउंडेशन के प्रवक्ता अतहर हुसैन के मुताबिक 5 एकड़ जमीन के केंद्र में 300 बिस्तरों वाला मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल होगा. इसके अलावा जो मस्जिद बनाई जा रही है उसमें एक साथ दो हजार नमाजी नमाज अदा कर सकते है. मस्जिद का आकार गोल यानी वर्तुलाकार रखा गया है.
हालांकि नई मस्जिद अयोध्या में विवादित स्थल पर बने ढांचे से आकार में बड़ी होगी, लेकिन भवन का डिजाइन उससे कतई मेल खाता या उसकी झलक देता हुआ नहीं होगा.