पश्चिम बंगाल के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर विधायक शुभेंदु अधिकारी ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
अधिकारी पूर्वी मिदनापुर जिले के नंदीग्राम सीट से विधायक थे। वह आज अपराह्न चार बजे विधानसभा गये तथा सभा सचिवालय को अपना हस्तलिखित इस्तीफा सौंप दिया। विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी उस समय अपने कार्यालय में मौजूद नहीं थे।
अधिकारी ने गत 27 नवंबर को राज्य के परिवहन एवं सिंचाई मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर उनके तृणमूल छोड़ने की अटकलें तेज हो गयी थीं।
अधिकारी के मंत्री पद से इस्तीफे के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल ने विद्रोही नेता को मनाने की काफी कोशिशें कीं तथा पिछले दरवाजे से कई बार बातचीत भी की लेकिन उन्हें मनाने में विफल रहे।
अधिकारी के 19 दिसंबर को भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की संभावना है, जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्य के दो दिवसीय दौरे पर यहां आयेंगे।
तृणमूल श्री अधिकारी को पार्टी में बनाये रखने के लिए हरसंभव प्रयास में जुटी है क्योंकि उनका मालदा, मुर्शिदाबाद, पुरुलिया, बांकुरा और पश्चिम मिदनापुर में पार्टी के स्थानीय नेताओं पर काफी प्रभाव है, जहां वह पार्टी प्रभारी भी थे।
अधिकारी के मंत्री पद छोड़ने के बाद, पार्टी ने वरिष्ठ नेता सौगत रॉय को उनके साथ बातचीत करने को भेजा था। यहां तक कि श्री रॉय श्री अधिकारी के धुर विरोधी रहे पार्टी के सांसद और तृणमूल प्रमुख एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के साथ उनकी मुलाकात कराने में भी कामयाब हो गए थे।
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी इस बैठक में मौजूद थे। इस बैठक को श्री रॉय ने सफल बताया था लेकिन आज की घटना ने श्री अधिकारी से जुड़ी तमाम अफवाहों पर एक तरह से विराम लगा दिया है।