संवाददाता
प्रखर प्रहरी
दिल्लीः यदि आप चिल्ला बॉर्डर (Chilla Border) के रास्ते दिल्ली आने और जाने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। तीन नए केंद्रीय कानूनों (New Farm Laws) के खिलाफ के प्रदर्शन कर रहे किसानों (Farmer Protest) ने हाल ही में खुले चिल्ला बॉर्डर को फिर से बंद करने की चेतावनी दी है।
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली की सीमाओं पर 21 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान अपनी मांग पूरी होने तक पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। नए कृषि कानूनों के मुद्दे पर सरकार और किसानों के बीच छह दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है। किसान संगठन इस कानून को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं, जबकि सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि कानून वापस नहीं होगा। सरकार इन कानूनों में बदलाव करने को तैयार है।
प्रदर्शनकारी किसान किसान दिल्ली से लगे सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर डटे हैं। किसानों के प्रदर्शन के कारण दिल्ली तथा एनसीआर के कई रास्ते बंद हैं। पुलिस ने लोगों को परेशानी से बचने के लिए वैकल्पिक रास्तों से जाने की सलाह दी है। किसानों के प्रदर्शन की वजह से सिंघू, औचंदी, प्याऊ मनियारी, सबोली और मंगेश बॉर्डर बंद है और लोगों से लामपुर, सफियाबाद और सिंघू स्कूल टोल टैक्स बार्डर से होकर वैकल्पिक मार्ग पर जाने की सलाह दी गई है।
उधर, मुकरबा तथा जीटीके रोड से ट्रैफिक डायवर्ट है। आउटर रिंग रोड, जीटीके रोड और एनएच-44 पर जाने से बचने को कहा गया है। गाजियाबाद से दिल्ली आने वाले लोगों के लिए गाजीपुर बॉर्डर बंद रहेगा। लोगों को आनंद विहार, डीएनडी,अप्सरा और भोपुरा बॉर्डर से होकर आने की सलाह दी गई है।
कोरोना संकट तथा सर्द मौसम के बीच प्रदर्शन के दौरान कई किसानों की मौत हो चुकी है। इस बीच किसानों ने घोषणा की है कि प्रदर्शन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए 20 दिसंबर को देशभर के गांवों में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जाएगी।
।