कोरोना वायरस का संक्रमण पूरे देश में तेजी से फैल रहा है. हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज 10 दिन पहले कोरोना संक्रमित हुए थे. अब उनकी तबियत तेजी से बिगड़ रही है. इसके चलते उन्हें पीजीआई रोहतक से गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल शिफ्ट किया गया है. इससे पहले अनिल विज को अंबाला हॉस्पिटल से पीजीआई रोहतक रेफर किया गया था. हरियाणा के गृह मंत्री के फेफड़े में इंफेक्शन है. इस बाबत स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ओपी कालरा ने कहा कि आज सुबह उनका (हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज) ऑक्सीजन लेवल बहुत नीचे आ गया था, लेकिन उसे अभी कंट्रोल कर लिया गया है. उन पर ज्यादा निगरानी रखी जा सके इसके लिए उन्हें रोहतक पीजीआई से मेदांता शिफ्ट किया गया है.
आपको बता दें कि 20 नवंबर को ही अनिल विज ने कोरोना वैक्सीन ‘कोवाक्सीन’ के तीसरे चरण का पहला टीका लगवाया था. उन्हें अंबाला कैंट के नागरिक अस्पताल में यह टीका लगाया गया था. पीजीआई रोहतक की टीम की निगरानी में ही मंत्री विज को टीका लगाया था. इसके बाद आधे घंटे तक उन्हें निगरानी में रखा गया था. इससे पहले रोहतक पीजीआई की टीम ने मंत्री अनिल विज के खून का नमूना लिया था. इसके बाद 5 दिसंबर को उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि वे वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना पॉजिटिव हो गए. विज को भारत बायोटेक और ICMR की ओर से विकसित की जा रही ‘कोवाक्सीन’ की डोज दी गई थी. यही नहीं, बवाल मचने के बाद खुद अनिल विज ने कहा था कि डॉक्टरों ने उन्हें पहले ही बता दिया था कि कोरोना की वैक्सीन दूसरा डोज लेने के लगभग 14 दिन बाद से काम करना शुरू करती है.जबकि वैक्सीन की दूसरी डोज पहली डोज के 28 दिन बाद लगाई जाती है, जिसके 14 दिन बाद ही शरीर में एंटीबॉडीज डेवलप होते हैं और तभी कोरोना से सुरक्षा मिल पाती है. साफ है कि इस पूरी प्रक्रिया में 42 से 45 दिन का वक्त लगता है. बहरहाल अब तो यही कामना है कि अनिल विज जल्द ही स्वस्थ हो जाएं.