कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता औैर पंजाब के आनंदरपुर साहिब से सांसद मनीष तिवारी ने आज सेंट्रल विस्टा निर्माण पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि एक तरफ जनता पर टैक्स लादे जा रहे हैं और दूसरी तरफ झूठी शान व दिखावे पर करोड़ों फूंके जा रहे हैं।
जारी बयान में सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि देश गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। एक तरफ नरेंद्र मोदी सरकार ने जहां सांसदों की स्थानीय क्षेत्र विकास निधि रोकी हुई है वहीं दूसरी ओर नई संसद इमारत के निर्माण पर सैकड़ों करोड़ रुपये फूंके जा रहे हैं।
पेट्रोल व डीजल के दामों में तीव्र वृद्धि पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सांसद ने कहा कि सरकार ने पेट्रोल व डीजल पर इतने कर (Tax) लगाये हैं कि समूचे दक्षिण एशियाई क्षेत्र में यहां पेट्रोल-डीजल सर्वाधिक महंगा होगया है। यह सब सरकार की गलत आर्थिक नीतियों से खाली खजाने को भरने के लिए किया जा रहा है।
सांसद ने कहा कि कच्चा तेल 21.61 रुपये प्रति लिटर मिल रहा है यदि प्रोसेसिंग दर जोड़ दें तो 25 रुपये लिटर पड़ता है पर दिल्ली में पेट्रोल 83.71 रुपये में बिक रहा है और चंडीगढ़ में डीजल 73.61 रुपये में। उन्होंने जानना चाहा कि सरकार इस तरह लोगों को लूट क्यों रही है।
वहीं, दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार और मक्कल नीधि माईम के नेता कमल हासन ने भी इस मामले में मोदी सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि क्या इस समय करोड़ों रुपये खर्च करके संसद का निर्माण करना जरूरी है। उन्होंने पूछा है कि किसकी रक्षा के लिए हम संकट के समय इस नए संसद भवन का निर्माण कर रहे हैं।
हासन ने ट्वीट कर कहा, ‘जब ग्रेट वॉल ऑफ चाइना का निर्माण किया गया तो हजारों लोग मारे गए, लेकिन शासकों ने दावा किया कि लोगों की रक्षा करना आवश्यक था। संसद पर हजारों करोड़ का खर्च किया जा रहा है, जबकि भारत के आधे हिस्से में कोरोना के कारण आजीविका का नुकसान हुआ है? कृपया उत्तर दें, मेरे निर्वाचित प्रधानमंत्री।’
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (10 दिसंबर) को नए संसद भवन का भूमि पूजन में किया था। चार मंजिला नए संसद भवन का निर्माण 971 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 64500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में किया जाएगा। नया संसद भवन भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ यानी 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा।