shah-mamata-nadda
केंद्र और बंगाल के बीच बढ़ा टकराव! (फाइल फोटो)
पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव होने में करीब चार महीने का वक्त बाकी है लेकिन अभी भी सियासी उठापटक तेज हो गई है. राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी)  और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच घमासान मचा है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के बाद अब केंद्र और सूबे की ममता सरकार के बीच तनाव चरम पर है. हमले के लिए जहां बीजेपी टीएमसी सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है, वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ कह दिया है कि बीजेपी इस मामले में नौटंकी कर रही है.
अब इस मामले में केंद्र की मोदी सरकार ने भी ममता से दो-दो हाथ करने की ठान ली है तो वहीं दीदी भी ईंट का जवाब पत्थर से देने के लिए मैदान में मुकाबले के लिए उतर चुकी हैं.
आपको बता दें कि राज्य में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यपाल जगदीप धनकड़ से विस्तृत रिपोर्ट तलब की थी. साथ ही राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को दिल्ली तलब किया था लेकिन ममता सरकार ने उन्हें दिल्ली भेजने से साफ इनकार कर दिया था. अब इस मामले में एक और नया मोड़ आया है जो जिससे इस विवाद को और बढ़ने के आसार दिख रहे हैं. अब  गृह मंत्रालय ने उन तीन आईपीएस अफसरों को डेप्युटेशन पर दिल्ली बुलाया है, जिनको नड्डा के काफिले की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. इन अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगा है.
अब गृह मंत्रालय के एक्शन पर टीएमसी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. टीएमसी के सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा है कि गृह मंत्रालय पर पश्चिम बंगाल के आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को आतंकित नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को डेप्युटेशन पर भेजना, गृह मंत्रालय द्वारा दबाव डालने की रणनीति है. ऐसा करके राज्य में इमरजेंसी जैसी स्थिति पैदा की जा रही है. उन्होंने कहा कि ये राज्य का अधिकार है केंद्र का नहीं.
उधर, बीजेपी नेताओं पर हो रहे हमले को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ममता सरकार पर निशाना साधा है. कैलाश विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट में कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी बीजेपी नेताओं पर ईंट बरसा रहीं हैं. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर भी हमले की साजिश रची गई, लेकिन, बीजेपी की अपनी रीति-नीति है. हम अपनी सहिष्णुता नहीं छोड़ते. हम ईंट का जवाब फूल से देंगे. हमारा ‘कमल’ राज्य को नई पहचान देगा.
आपको बता दें कि जेपी नड्डा दो दिन के दौरे पर पश्चिम बंगाल में थे. गुरुवार को जेपी नड्डा डायमंड हार्बर की ओर जा रहे थे, तब रास्ते में उनके काफिले पर पत्थर फेंके गए और हमला किया गया. इस दौरान जेपी नड्डा तो सुरक्षित रहे, लेकिन कैलाश विजयवर्गीय को चोट आई.
बता दें कि इस पूरे मामले में अभी तक 3 FIR दर्ज की जा चुकी हैं, जबकि सात लोगों की गिरफ्तारी हुई है. बंगाल पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दो FIR दर्ज की हैं. इसके अलावा पुलिस ने एक FIR बीजेपी नेता राकेश सिंह के खिलाफ दर्ज की है, जिन पर भीड़ को भड़काने का आरोप लगा है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here