नई दिल्ली: रेलवे की अगले सप्ताह से शुरू होने वाली भर्ती परीक्षा को किसी भी तरह की गड़बड़ियों को रोकने के पूरे इंतजाम किये गये हैं। रेलवे बोर्ड में महानिदेशक (मानव संसाधन) आनंद के. खाती ने यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाददाताओं से बातचीत में परीक्षा की तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कम्प्यूटर आधारित परीक्षा के लिए कक्ष में पहुंचने पर सबसे पहले अभ्यर्थियों को बायो मैट्रिक और फोटो कैप्चर कराना होगा। इससे अभ्यर्थियों की जगह किसी के अन्य शामिल होकर परीक्षा देने की गुंजाइश नहीं रहेगी। हांलाकि कोविड-19 की परिस्थितियों के बीच करायी जा रही परीक्षा को लेकर रेलवे ने विशेष इंतजाम किये हैं। इसके बावजूद यदि परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थियों में से किसी का तापमान अधिक निकलता है तो उसे फिर परीक्षा देने का अवसर दिया जाएगा। परीक्षा के दौरान कोविड-19 के सभी प्रोटोकाल का ख्याल रखा जाएगा।
खाती ने बताया कि करीब एक लाख अभ्यर्थियों ने आवदेन किये हैं। आइसोलेटेड एवं मिनिस्ट्रीयल यानी स्टेनो, टीचर, ट्रांसलेटर आदि के 1663 पदों के लिए एक लाख तीन हजार अभ्यर्थियों की परीक्षा 15 दिसम्बर से शुरू होगी। नान टेक्नीकल श्रेणी (एनटीपीसी) में स्टेशन मास्टर, गार्ड, कार्यालय क्लर्क एवं वाणिज्यिक क्लर्क आदि के 35,208 पदों के लिए एक करोड़ 26 लाख अभ्यर्थियों के लिए 28 दिसम्बर से और लेवल-1 ट्रैक मैंनेटनर, प्वाइंस मैन आदि के 1,03,769 पदों के एक करोड़ 15 लाख अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा अप्रैल 2021 से शुरू होगी। सभी परीक्षा पूर्ण कर एक वर्ष के भीतर सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति दे जाएगी।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 की परिस्थितियों के कारण यह परीक्षाएं कराने में देरी हुई है लेकिन अब इनकी शुरुआत हो रही है। इन परीक्षाओं को कराने के लिए अभ्यर्थियों को उनके गृह राज्य में परीक्षा केंद्र देने की कोशिश की गयी है। बहुत कम अभ्यर्थियों को ही गृह राज्य के बाहर जाना होगा। महिलाओं और दिव्यांगजनों के लिए उनके गृह राज्य में ही परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं। अभ्यर्थियों के परीक्षा देने के जाने के लिए रेलवे ने विशेष ट्रेनों के चलाये जाने की भी व्यवस्था की है। परीक्षा सुव्यवस्थित तरीके से कराये जाने के लिए राज्य सरकारों के मुख्य सचिवों को रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी की ओर पत्र लिखा गया है। कोविड-19 के सभी प्रोटोकाल का अनुपालन की बाध्यता को देखते हुए ज्यादा परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं।