MP Modi
पीएम मोदी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: पूरी दुनिया में इन दिनों 5G तकनीक को लेकर चर्चा तेज है. दरअसल, 5G या फिफ्थ जेनरेशन, ब्रॉडबैंड सेल्युलर नेटवर्क की वह तकनीक है जो आगे चलकर मौजूदा सबसे तेज सेल्युलर इंटरनेट कनेक्टिविटी यानी 4G की जगह लेगी लेगी. जोकि अब तक की सबसे तेज सेल्युलर इंटरनेट कनेक्टिविटी होगी. अमेरिका, चीन और यूरोप के कई देश इस तकनीक को लेकर बड़ी-बड़ी घोषणाएं भी कर चुके हैं. अब भारत भी 5G तकनीक को लेकर जोरशोर से तैयारियों में जुटा है. इस बात की तस्दीक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद की है.

‘इंडिया मोबाइल कांग्रेस’ (IMC 2020) का तीन दिवसीय आयोजन दिल्ली में आयोजित किया गया है. आज यानी सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इवेंट के उद्घाटन सत्र को वर्चुअली संबोधत किया. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि देश में 5G तकनीक समय पर ही लॉन्च होगी. पीएम ने कहा कि इसके अलावा डिजिटल मिशन के तहत भारत के हर गांव और शहर को डिजिटल किया जा रहा है.

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि बेहतर स्वास्थ्य सेवा, बेहतर शिक्षा, हमारे किसानों के लिए बेहतर जानकारी और अवसर, छोटे व्यवसायों के लिए बेहतर बाजार तक पहुंच कुछ ऐसे लक्ष्य हैं, जिन्हें हम आगामी 5G प्रौद्योगिकी क्रांति के हासिल कर सकते हैं. आपको बता दें कि 8 से 10 दिसंबर तक चलने वाली इस तीन दिवसीय मोबाइल कांग्रेस का इस वर्ष का विषय “समावेशी नवाचार – स्मार्ट, सुरक्षित और स्थायी” रखा गया है.

प्रधानमंत्री ने दूरसंचार उपकरण, डिजाइन, विकास एवं विनिर्माण के लिए भारत को एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया. उन्‍होंने कहा कि प्रौद्योगिकीय उन्‍नयन के कारण हैंडसेट्स और गैजेट्स बार बार बदलने की संस्‍कृति एक चुनौती है. इससे निपटने पर बल देते हुए उन्‍होंने प्रतिनिधियों से यह विचार करने के लिए कहा कि क्‍या उद्योग इलेक्‍ट्रॉनिक अपशिष्‍ट से बेहतर रूप से निपटने और ‘सर्कुलर अर्थव्‍यवस्‍था’ का सृजन करने के बारे में विचार विमर्श के लिए कार्यबल का गठन कर सकता है. उन्‍होंने भविष्‍य में लंबी छलांग लगाने के लिए 5G को समय पर शुरू करने और लाखों भारतीयों को सशक्‍त बनाने के लिए मिलकर काम करने का अनुरोध किया.

पीएम मोदी ने कहा कि प्रौद्योगिकी क्रांति के साथ जीवन को बेहतर बनाने के बारे में सोचना और योजना बनाना बहुत महत्‍वपूर्ण है. उन्‍होंने कहा कि किसानों को बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल, बेहतर शिक्षा, बेहतर जानकारी और अवसरों तथा छोटे व्‍यापारियों को बेहतर बाजार पहुंच उपलब्‍ध कराना कुछ लक्ष्‍य हैं जिनके बारे में कार्य किया जा सकता है.

प्रधानमंत्री ने दूरसंचार क्षेत्र के प्रतिनिधियों की सराहना करते हुए कहा कि महामारी के बावजूद दुनिया उनके नवाचार और प्रयासों के कारण काम करती रही. उन्‍होंने कहा, “उनके प्रयासों के कारण एक बेटा अलग शहर में रहने वाली अपनी माता के साथ जुड़ा रहा, एक विद्यार्थी कक्षा में गए बिना अपने शिक्षक से सीखता रहा, बीमार व्यक्ति ने घर बैठते हुए अपने डॉक्टर से सलाह मशवरा किया और एक व्यापारी दूसरे जगह के उपभोक्ता से जुड़ा रहा.”
श्री मोदी ने कहा कि मोबाइल प्रौद्योगिकी के चलते लाखों भारतीयों को कई अरब डॉलर का लाभ पहुंचाया जा रहा है. “हम महामारी के दौरान गरीबों और कमजोर लोगों की शीघ्रता से मदद कर पाये, लाखों की संख्या में नकदरहित लेनदेन हो रहा है.”

प्रधानमंत्री ने देश में मोबाइल विनिर्माण के क्षेत्र में सफलता पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि मोबाइल उत्पादन के लिए भारत एक पसंदीदा स्थान के रूप में उभर रहा है. दूरसंचार उपकरण उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए उत्पादकता से जुड़ी प्रोत्साहन योजना शुरू किये जाने का भी उन्होंने उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य अगले तीन वर्षों में प्रत्येक गांव में हाई स्पीड की फाइबर ऑप्टिक कनेक्टिविटी देना है. इसके लिए उन स्थानों पर विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है जो इसका सर्वाधिक लाभ उठा सकें जैसे आंकाक्षी जिले, चरम पंथ प्रभावी जिले, पूर्वोत्तर राज्य, लक्षद्वीप आदि. उन्होंने कहा कि निर्धारित लाइन की ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी तथा सार्वजनिक वाई-फाई हॉटस्पॉट का विस्तार सुनिश्चित किया जाएगा.

आपको बता दें कि मोबाइल कांग्रेस का उद्देश्य प्रधानमंत्री के ‘आत्मनिर्भर भारत’, ‘डिजिटल समावेशिता’, एवं ‘सतत विकास, उद्यमिता और नवाचार’ के विजन को बढ़ावा देने में मदद करना है. विदेशी और स्थानीय निवेश संचालित करना, दूरसंचार और उभरते हुए प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में अनुसंधान तथा विकास को प्रोत्साहित करना भी इसके मकसदों में शामिल है.

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