संवाददाता

प्रखर प्रहरी

दिल्लीः कृषि से संबंधित तीन नए केंद्रीय कानूनों के खिलाफ किसानों के भारत बंद का असर दिखने लगा है। पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, ओडिसा तथा बिहार में ट्रेनें रोकी गई हैं।

हालांकि किसानों ने ‘भारत बंद’ का समय आज सुबह 11 बजे से लेकर शाम तीन  बजे तक निर्धारित किया है, लेकिन इसका असर अभी से ही देश के अलग-अलग हिस्सों में दिखने लगा है। कांग्रेस सहित 20 राजनीतिक दलों तथा 10 ट्रेड यूनियनों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। वहीं महाराष्ट्र और दिल्ली सहित देश के आठ राज्यों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन करने का फैसला लिया है। भारत बंद के दौरान परिवहन सेवा से लेकर फल-सब्जी की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।

आपको बता दें कि किसानों के आंदोलन को समाप्त कराने को लेकर केंद्र सरकार और किसानों के प्रतिनिधियों के बीच पांच दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन  अब तक कोई हल नहीं निकला है। किसान संसद का विशेष सत्र बुलाकर नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। किसानों ने मांगें नहीं माने जाने की सूरत में आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी है।  सरकार और प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के बीच नौ दिसंबर को यानी बुधवार को छठे दौर की वार्ता होगी।

किसानों के भारत बंद के मद्देनजर ओडिशा में आज सभी कार्यालय बंद है।  सूत्रों ने बताया कि सरकारी कार्यालयों को बंद करने का निर्णय किसानों के भारत बंद के कारण संचार व्यवस्था प्रभावित होने की संभावना को के मद्देनजर लिया गया है। सूत्रों ने बताया कि  कोविद -19 महामारी पूरी तरह से नियंत्रित नहीं हुई है और संचार व्यवस्था को सामान्य नहीं किया जा सका है। 

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