दिल्ली डेस्क

प्रखर प्रहरी

दिल्लीः कृषि से संबंधित तीन नए कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान सड़कों पर है। किसान पिछले 12 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए। वहीं कि किसानों के आंदोलन के समर्थन में कई राजनीतिक पार्टियां, खिलाड़ी और फिल्म सितारें उतर आए हैं। किसानों के समर्थन में कन्नौज जा रहे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव को पुलिस ने लखनऊ में ही रोक दिया, तो वे धरने पर बैठ गए। इसके बाद पुलिस ने अखिलेश को हिरासत में ले लिया। वहीं पंजाब के खिलाड़ी और कलाकारों ने किसानों के समर्थन में आज अपने अवॉर्ड वापस करने की घोषणा की है।

अब तक इन-इन खिलाड़ियों ने की है पुरस्कार वापसी की घोषणा

खिलाड़ी/कोच अवॉर्ड
विजेंद्र सिंह, बॉक्सिंग राजीव गांधी खेल रत्न
गुरबख्श सिंह संधू, बॉक्सिंग द्रोणाचार्य अवॉर्ड
करतार सिंह, कुश्ती पद्मश्री, अर्जुन अवॉर्ड
सज्जन सिंह चीमा, बास्केट बॉल अर्जुन अवॉर्ड
राजबीर कौर, हॉकी अर्जुन अवॉर्ड

 

केंद्र ने डाला था नौ स्टेडियमों को जेल बनाने का दबावः केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल किसानों से मिलने सिंघु बॉर्डर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि किसानों का मुद्दा और संघर्ष जायज है। हम किसानों के संघर्ष में शुरू से ही साथ हैं। उन्होंने बताया कि  केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस ने हमसे नौ स्टेडियमों को जेल बनाने की इजाजत  मांगी थी। हम पर खूब दबाव बनाया गया, लेकिन हमने इसकी इजाजत  नहीं दी। केंद्र सरकार चाहती थी कि किसान दिल्ली आएं और उन्हें जेल में डाल दें।

आप करें तो कल्याण, हम करें तो सड़क पर आते हैंः रविशंकर प्रसाद केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने किसानों के आंदोलन के मुद्दे पर सोमवार को विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने विपक्षी पार्टियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि किसानों के आंदोलन को लेकर आज विपक्ष का दोहरा चरित्र सामने आया है, वह खतरनाक है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में मंडी व्यवस्था खत्म करने की बात कही थी। शरद पवार ने इसके लिए दो मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी भी लिखी थी, लेकिन आज विपक्ष सिर्फ विरोध करने के लिए विरोध कर रहा है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने पहले गजट पास किया, अब किसानों के पक्ष में खड़े हो गए हैं। उन्होंने कहा कि आप कुछ करें, तो वह किसानों का कल्याण है, हम करें तो आप सड़क पर उतर आते हैं।

आम आदमी को परेशान नहीं होने देंगेः टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि हम शांति से प्रदर्शन करते रहेंगे। हम आम आदमी को परेशान नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मंगलवार को भारत बंद का समय 11 बजे से 3 बजे तक इसीलिए रखा है, क्योंकि 11 बजे तक ज्यादातर लोग ऑफिस पहुंच जाते हैं और तीन बजे छुट्टी होनी शुरू हो जाती है।

एम्बुलेंस और शादियों वाली गाड़ियों को रहेगी छूट
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने आठ दिसंबर के भारत बंद का आह्वान किया है, जिसका कांग्रेस समेत 20 राजनीतिक पार्टियों तथा 10 ट्रेड यूनियनों ने किया है। विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने नौ दिसंबर को राष्ट्रपति से मिलने के लिए समय मांगा है। बीएसपी प्रमुख मायावती ने भी आज किसान आंदोलन को समर्थन का ऐलान किया। किसानों ने कहा है कि भारत बंद के दौरान एम्बुलेंस और शादियों वाली गाड़ियां आ-जा सकेंगी।

 

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