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‘माराडोना ‘ करिश्मा से कंट्रोवर्सी तक

स्पोर्ट्स डेस्क

प्रखर प्रहरी

ब्यूनस आयर्सः 1986 में अर्जेंटीना को विश्व कप जीतवाने वाले डिएगो माराडोना (Diego Maradona Death) का कंट्रोवर्सी से भी गहरा नाता रहा है। दस नंबर की जर्सी पहनने वाले दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलरों में शुमार माराडोना लंबे समय से वह कोकीन की लत और मोटापे से जुड़ी कई परेशानियों से जूझ रहे थे। आइए एक नजर डालते हैं उनकी जिंदगी से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं पर

  • 1960 में 30 अक्टूबर को अर्जेंटीना के लैनस में जन्म।
  • 1970 में लॉस सेबोलिटास युवा टीम में शामिल हुए।
  • 1971 मे 11 वर्ष की उम्र में अर्जेंटीना के जूनियर्स की जूनियर टीम के लिए चयन।
  • 1976 में पेशेवर खिलाड़ी बने, 15 साल की उम्र में अर्जेंटीना के जूनियर्स से जुड़े।
  • 1977 में 16 साल की उम्र में अर्जेंटीना के लिए अपना पूर्ण अंतरराष्ट्रीय मैच खेला।
  • 1979 में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय गोल किया और अर्जेंटीना जूनियर विश्व कप जीता।
  • 1980 में स्पेनिश लीग के लिए बार्सिलोना के साथ करार किया।
  • 1981 में बोका जूनियर्स को 19.6 लाख डॉलर में ट्रांसफर किए गए।
  • 1982 में अर्जेंटीना के लिए पहला विश्व कप खेला और दो बार स्कोर किया। इसी वर्ष रिकार्ड 98.1 लाख डॉलर में बार्सिलोना एफसी के साथ करार किया।
  • 1983 में बार्सिलोना को स्पेनिश कप जीतने में मदद किया।
  • 1984 में बार्सिलोना से सेरी ए नापोली को 1.35 करोड़ डॉलर में स्थानांतरित किए गए।
  • 1986 में अर्जेंटीना के कप्तान के रूप में विश्व कप जीता। इंग्लैंड के खिलाफ दो गोल, जिसमें मशहूर ‘गॉड ऑफ गॉड’ गोल भी शामिल है।
  • 2002 में फीफा चुनाव में ‘गोल ऑफ द सेंचुरी’ चुना गया था।
  • 1987 में नैपोली को उनके पहले इतालवी खिताब जीतने में मदद किया।
  • 1989 में क्लाउडिया विलफाने से शादी की।
  • 1990 में विश्व कप फाइनल में पश्चिम जर्मनी से हार के बाद पितृत्व सूट का सामना किया।
  • 1991 में एक दवा परीक्षण में विफल रहे, और कोकीन के लिए सकारात्मक परीक्षण के बाद 15 महीने का निलंबन झेला।
  • 1992 में स्पेनिश लीग में सेविला के लिए वापसी किया।
  • 1993 में अर्जेंटीना लौटे, सेविला से असहमति के बाद, नेवेल के ओल्ड बॉयज में शामिल हुए।
  • 1994 में एफेड्रिन के लिए सकारात्मक परीक्षण और अमेरिका में विश्व कप से घर वापस भेजे गए।
  • 1995 में बोका जूनियर्स के लिए अंतिम सीजन खेला।
  • 1996 में ड्रग की लत के लिए क्लिनिक में जांच।
  • 1997 में  37 वर्ष की आयु से पेशेवर फुटबॉल से सेवानिवृत्ति की घोषणा किया।
  • 2000 की आत्मकथा ‘यो सोया एल डिएगो’ बेस्टसेलर बनी। दो साल के लिए क्यूबा गए।
  • 2002 में ड्रग एडिक्शन की समस्या से जूझने चलते  क्यूबा गए।
  • 2005 में अपने पहले टॉक शो में पेले का इंटरव्यू किया।
  • 2008 अर्जेंटीना राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच नियुक्त; उन्होंने 2010 विश्व कप तक 18 महीनों तक इस भूमिका को निभाया। भारत का दौरा किया। कोलकाता में भारतीय फुटबॉल स्कूल खोला।
  • 2013 में अर्जेटीनी प्राइमेरा डी क्लब डेपोर्टिवो रिस्तेरा में ‘आध्यात्मिक कोच’ के रूप में शामिल हुए।
  • 2017 में भारत का फिर से दौरा किया।
  • 2018 में मैराडोना ने नाइजीरिया के खिलाफ अर्जेंटीना के 2018 वर्ल्ड कप मैच में भाग लिया।
  • 2019 में अर्जेंटीना क्लब जिमनासिया डी ला प्लाटा के मुख्य कोच बने।
  • 2020 में मस्तिष्क में रक्त के थक्के के लिए सर्जरी के बाद ब्यूनस आयर्स में ओलिवोस क्लिनिक छोड़ देते हैं।
  • 25 नवंबर 2020 को निधन हुआ।
Shobha Ojha

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