संवाददाता

प्रखर प्रहरी

दिल्लीः पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात होने से सर्द हवाओं का रुख राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की ओर हो गया है और यहां पर ठंड बढ़ गई है। यदि तेज हवाएं चलीं तो दिल्लीवासियों को प्रदूषण से थोड़ी निजात मिल सकती है लेकिन ठंड बढ़ जाएगी। यहां पर सुबह के समय में सर्दी की वजह से लोगों ने मॉर्निक वॉक पर जाना कम कर दिया है। सर्दी के कारण दिल्ली-एनसीआर के पार्कों में बुजुर्गों और बच्चों की संख्या घट गई है। सड़क किनारे रहने वाले लोग आग जलाकर सर्दी से बचाने की जद्दोजहद करते देखे जा रहे हैं। यहां पर आज काफी धुंध भी दिखाई दे रही है। आसमान में आंशिक तौर पर बादल छाए हुए हैं।

दिल्ली में बुधवार सुबह न्‍यूनतम तापमान 10.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्‍य से एक डिग्री कम है। मौसम विभाग का अनुमान है कि बुधवार-गुरुवार के बीच हल्‍की बारिश हो सकती है, इसके बाद मौसम साफ हो जाएगा। नवंबर के आखिर और दिसंबर की शुरुआत से कोहरा पड़ना शुरू होगा और पारा तेजी से नीचे जाएगा।

दिल्ली में सोमवार को न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, , जो पिछले 17 सालों में सबसे कम है। इससे पहले 29 नवंबर 2003 में न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। हवाओं की दिशा में बदलाव और जम्मू-कश्मीर पर सक्रिय हुए वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर दिल्ली में दिख रहा है। राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस रहा।

दिल्ली में दिल्‍ली में हवाओं की रफ्तार धीमी पड़ने से प्रदूषण लौट आया है। खराब वायु गुणवत्ता के कारण आसमान में धुंध छाई हुई है। दिल्ली के आनंद विहार में बुधवार सुबह 9 बजे एक्यूआई यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स 443 दर्ज किया गया जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। दिल्‍ली में पारा भी अब नीचे जाना शुरू हो गया है।

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