संवाददाता

प्रखर प्रहरी

दिल्लीः वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद अहमद पटेल का आज तड़के निधन हो गया। वह 71 वर्ष के थे। उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में आज सुबह साढ़े तीन बजे आखिरी सांस ली। अहमद पटेल एक अक्टूबर को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए हुए थे और उन्हें 15 अक्टूबर को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमद पटेल के निधन पर शोक व्यक्त किया है।

अहमद पटेल के बेटे फैजल ने ट्वीट उनके निधन की जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “बड़े दुख के साथ मैं यह बताना चाहता हूं कि मेरे पिता अहमद पटेल का बुधवार देर रात 3.30 बजे निधन हो गया है। लगभग एक महीने पहले उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी और उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था, जिसके बाद उनकी मौत हो गई। अल्लाह उन्हें जन्नत फरमाए।“ फैजल ने अपने सभी शुभचिंतकों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की अपील की है।

मोदी ने ट्वीट कहा, अहमद पटेल जी के निधन से दुखी हूं। उन्होंने कई साल सार्वजनिक जीवन में समाज के लिए काम किया। उन्हें अपने तेज दिमाग के लिए जाना जाता था। कांग्रेस को मजबूत करने के लिए वे हमेशा याद किए जाएंगे। मैंने उनके बेटे फैजल से बात की है। उनकी आत्मा को शांति मिले।“

21 अगस्त 1949 को गुजरात के भरूच जिले के पिरामण गांव में जन्मे अहमद पटेल तीन बार लोकसभा सांसद (1977 से 1989) और चार बार राज्यसभा सांसद (1993 से 2020) रहे। उन्होंने पहला चुनाव 1977 में भरूच लोकसभा सीट से लड़ा था और 62, 879 वोटों से जीत दर्ज की थी। उस समय उनकी उम्र महज 26 साल थी और सबसे युवा सांसद थे। 1980 में पटेल भरूच से ही 82,844 वोटों से और 1984 में 1.23,069 वोटों से जीत दर्ज की थी।

अहमद पटेल जनवरी 1985 से सितंबर 1985 तक तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के संसदीय सचिव रहे। वह 2001 से सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार थे। अहमद पटेल जनवरी 1986 में गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे। साथ ही1977 से 1982 तक यूथ कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे थे। अहमद पटेल सितंबर 1983 से दिसंबर 1984 तक कांग्रेस के संयुक्त सचिव रहे थे।

 

 

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